एकाएक बढ़ा ही जा रहा कोरोना का प्रकोप आज पूरी दुनिया के लिए महामारी का रूप लेता रहा है। वही इस वायरस की चपेट में आने से अब तक 2 लाख 39 हजार से अधिक मौते हो चुकी है। वहीं प्रयागराज में आकर पढ़ाई करने वाले दूसरे राज्य के छात्र-छात्राओं को भी उनके गृह जनपद भेजे जाने की कवायद शुरू हो गई है। बीते शुक्रवार को मध्य प्रदेश के 137 विद्यार्थियों को उनके घर भेजा गया।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रवानगी शाम को एंग्लो बंगाली इंटर कालेज परिसर से हुई। प्रदेश सरकार ने प्रयागराज में बाहर से आकर पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को उनके घर भेजने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में पहले उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के करीब 16 हजार विद्यार्थियों को गृह जनपद भेजा गया। इसके बाद शुक्रवार को मध्य प्रदेश के विद्यार्थियों को भेजा गया। घर जाने के इच्छुक विद्यार्थियों को कंट्रोल रूम में फोन करके नाम, पता आदि डिटेल नोट कराने के लिए कहा गया था फिर सभी को एंग्लो बंगाली में एकत्रित किया गया। वहां से उन्हें मध्य प्रदेश भेजा गया।

वहीं यह भी कहा जा रहा है इनके अलावा यहां फंसे मध्य प्रदेश के श्रमिकों को भी उनके गृह जनपद भेजा गया। यहां 30 जिलाें का केंद्र बनाया गया था। इन जिलाें के 600 से अधिक मजदूर बृहस्पतिवार को ही यहां आ गए थे। इन्हें मध्य प्रदेश भेजने की प्रक्रिया रात में ही शुरू हो गई थी। जो रह गए थे उन्हें शुक्रवार सुबह भेजा गया । इसी तरह मध्य प्रदेश में फंसे श्रमिक भी यहां लाए गए। सीएवी इंटर कालेज परिसर को प्रदेश के 32 जिलों का केंद्र बनाया गया था। इन जिलों के 1450 श्रमिकों को मध्य प्रदेश परिवहन की बसों से यहां लाया गया। बृहस्पतिवार रात में ही उन्हें अपने-अपने गृह जनपद भेजने का क्रम भी शुरू हो गया था। शेष को शुक्रवार की सुबह भेजा गया।

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