मदरलैंड संवाददाता,
गोपालगंज। कटेया थाना क्षेत्र के पटखौली पंचायत अंतर्गत रैपुरा-अमही टोला पथ का निर्माण शासन की बेरुखी के बाद ग्रामीणों ने स्वयं ही शुरू कर दिया है। विदित हो कि डुमरिया गाँव के अमही टोला को रैपुरा गाँव से जोड़ने वाली सड़क लगभग दो सौ मीटर की दूरी को छोड़ बाकी सड़क पर मिट्टी भरने का कार्य कई साल पहले ही हो चुका है. साथ ही, गत वर्ष मनरेगा के तहत ईट्टीकरण का कार्य भी सम्पन्न हो चुका है. फिर भी बाकी बचे 200 मीटर की सड़क के कारण थोड़ी सी भी बारिश होने पर ग्रामीणों को घर से निकलना मुश्किल हो जाता था। अमही टोला को बगही-कटेया पथ से जोड़ने वाली यह सड़क बरसात के वक़्त इस कदर खराब हो जाती थी कि ग्रामीणों को कटेया जाने के लिए तीन किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी होती थी। शासन की बेरुखी से सिर्फ दो सौ मीटर की अर्ध निर्मित सड़क के कारण ग्रामीणों को 3किमी का चक्कर लगाना रोष से भर देता था। परंतु फिर भी सुशासन के सरकारी नुमाइंदों ने इस ध्यान देना बिल्कुल भी जरूरी नहीं समझा। जिसके बाद प्रशासनिक उपेक्षा से नाराज ग्रामीणों ने सड़क निर्माण हेतु खुद कमर कसा। विदित हो कि ग्रामीणों द्वारा निर्मित यह मार्ग कुछ किसानों के काश्त जमीन से हो कर गुजरती है। अतएव सड़क बनाने की कवायद के तहत सर्वप्रथम ग्रामीणों ने भू-स्वामियों से जमीन हेतु अनुरोध किया। जिसके बाद लोगों की परेशानियों को देखते हुए क्षेत्र के ही रसौती निवासी हरिकिशोर तिवारी,रसौती के ही उमाशंकर राय, डुमरिया गाँव के अजय तिवारी व अमही टोला के कुछ लोगों सहित रास्ते में पड़ने वाले सभी भू-स्वामियों ने सड़क निर्माण हेतु अपनी जमीन देने का फैसला किया। जिसके बाद ग्रामवासियों ने खुद से चंदे की उगाही कर दो सौ ट्रॉली मिट्टी भरवा खुद ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू कर दिया। जिसमें ग्रामीण युवा बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे हैं। ग्रामीणों के इस जज़्बे की चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है। सड़क निर्माण के वक्त मौके पर शिक्षक व समाजसेवी प्रभुनाथ तिवारी, अजय तिवारी, उमाशंकर राय, हरिकिशोर तिवारी, हरेराम पटेल, मेहीलाल मद्धेशिया, होशील यादव, राजकुमार गोंड, पिंटू पटेल, सीताराम शर्मा, मंटू पटेल, मुन्ना पटेल सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।