मदरलैंड संवाददाता, अररिया।

अररिया। नरपतगंज प्रखंड में बुधवार की देर रात से ही पुलिस एवं प्रशासन की गतिविधि तेज हो गई है सूचना के मुताबिक दिल्ली, पंजाब एवं हरियाणा से आए करीब 110 लोग देर रात किसी भाड़े के वाहन से आकर तामगंज, फरही, खाबदह कन्हैली, गौड़राहा बिशनपुर आदि पंचायतों में अपने घर में आकर छुप गए हैं। इन लोगों ने स्थानीय पुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं दी है जिसके चलते यहां पुलिस एवं प्रशासन बुधवार की देर रात से ही परेशान दिख रहे हैं। नरपतगंज अंचलाधिकारी निशांत कुमार ने पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्हें जिला मुख्यालय से इस तरह की सूचना मिली है इसके बाद से वे सभी पंचायत के मुखिया को निर्देश दिए हैं कि बाहर से आए मजदूरों की पहचान कर उनकी जानकारी प्रखंड मुख्यालय भेजें। उन्होंने बताया कि घर आने के बाद सभी मजदूरों को इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को देनी चाहिए थी कितु मजदूरों ने जानकारी छुपाई है यदि वे लोग किसी क्वारंटाइन सेंटर से वापस आए थे तब भी उसके कागजात उन्हें दिखानी चाहिए थी। इधर गुरुवार को नरपतगंज थाना के निकट फोरलेन एनएच 57 पर बने चेक पोस्ट पर पुलिस ने जब वाहनों की जांच की तो 24 मजदूर भाड़े के वाहनों में मिले यह सभी पटना में थे और पश्चिम बंगाल के मालदा जिला स्थित अपने घर वापस जा रहे थे। फारबिसगंज डीसीएलआर यूनुस अंसारी, बीडीओ रंजीत कुमार सिंह, सीओ निशांत कुमार, नरपतगंज थानाध्यक्ष सुनील कुमार की मौजूदगी में उनके आवश्यक कागजातों की जांच कर उन्हें वापस अपने घर मालदा जाने की अनुमति दी गई है। बहरहाल नरपतगंज के विभिन्न पंचायत में छुपे 110 मजदूरों की तलाश पुलिस कर रही है ताकि इनका जांच किया जा सके इनकी स्क्रीनिंग की जा सके और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा सके। मौके पर डीसीएलआर यूनुस अंसारी, बीडीओ रंजीत कुमार सिंह, सीओ निशांत कुमार, थानाध्यक्ष सुनील कुमार, कृषि सलाहकार अनिमेष रक्षित सुमन कुमार आदि मौजूद थे।

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