मदरलैंड संवाददाता सहरसा
पहली लॉकडाउन घोषणा के आखिरी दिन सिमरी बख्तियारपुर थाना पुलिस कुछ ज्यादा सख्त दिख रही थी । सुबह आठ बजे से ही नगर क्षेत्र में अनावश्यक सड़कों पर वाहन चलाने वालों लोगों की शामत आ गई थी। नगर हर चौक चौराहों पर खड़े पुलिस के जवान गाड़ियों की चेकिंग करते दिखें और बिना पास वाले लोगों के साथ पुलिस सख्ती के साथ समझाने के साथ अपने डंडे का भी प्रयोग कर रही थी । वेबजह बाहर निकलने वाले पैदल रहाहगीरों की भी पुलिस पिटाई कर रही थी और वहॉ मौजूद पदाधिकारी अपने हाथों में जूर्माने का चलान लेकर ऑन द स्पॉट जूर्माने की राशि वसूलते नजर आए और उनके द्वारा कुछ लोगों को शारीरिक दंड भी दिया जा रहा था । बताते चलें कि लॉकडाउन का अनुपालन कराने में पुलिस को काफी परेशानी हो रही थी । जिसके बाद सोमवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए कहा था कि सड़कों पर अब सिर्फ वहीं गाड़ियां चलेंगी,जिन्हें पास दिया गया है जो लोग लॉकडाउन तोड़कर सड़कों पर बाहर निकलेंगे उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और नहीं मानने पर गाड़ियों को जब्त कर लिया जाएगा । जांच के दौरान कागजात के साथ-साथ चेहरे पर मास्क की भी जांच की जाएगी और जो लोग मास्क नहीं पहने दिखाई देगें उनपर भी कार्रवाई तय की जाएगी । उसके बाद सूबे के डीजीपी ने सभी थानेदारों को कड़े निर्देश दिए कि अब सभी प्रतिबंधित वाहन को सड़क पर चलने नहीं दिया जाएगा । अगर कोई वाहन चालक ऐसा करते दिखें तो उनकी वाहन जब्त कर कार्रवाई सुनिश्चित करें । अधिकारियों के आदेश का असर सुबह से ही दिखाई देने लगा है । बख्तियारपुर थानाध्यक्ष रणवीर कुमार के नेतृत्व में नगर के हर चौक-चौराहे पर पुलिस पदाधिकारी पुलिस बल के साथ मुस्तैद होकर हर आने-जाने वाले से पूछताछ कर रही थी । इस दौरान प्रशिक्षु दरोगा के सअनि जितेंद्र पाण्डेय और सअनि पंकज कुमार वाहन चालकों से परिवहन नियम का पाठ पढ़ाते हुए कहा अब पूर्णतः चार चक्का और दो चक्का वाहनों पर रोक लग गई है और बिना पास के वाहन पकड़े जाने पर उस वाहन को जब्त कर लिया जाएगा और लोगों से घरों में ही रहने की अपील भी किया ।