मदरलैंड संवाददाता, देवघर

उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्रीमती नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि कोविड-19 के संक्रमण की वजह से पूरे देश/राज्य/जिला में लॉक डाउन लागू है। ऐसे में लाॅकडाउन के वजह से दूसरें जगहों में फंसे देवघर जिला के लोगों को वापस घर लाने हेतु एवं बाहर के वैसे लोग जो यहां फंस गए है, उन्हें वापस उनके घर भेजने हेतु ई-पास प्राप्त करने हेतु लोगों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया जा रहा है, जिसके तहत कुल तीन श्रेणी  यथा- स्ट्रान्डेड, मेडिकल और इसेंशियल में आवेदन जिला प्रशासन को प्राप्त हो रहे हैं।
ऐसे में यदि किन्ही के ई-पास
निर्गमन में कुछ विलम्ब होता है, तो इससे किसी को भी घबराने या पैनिक होने की आवश्यकता नही है। ई-पास निर्गमन हेतु प्राप्त सभी आवेदनों के वरीयता क्रम के अनुसार ई-पास निर्गत किया जा रहा है। परन्तु मेडिकल कारण दर्शाये गए आवेदनों को प्राथमिकता देते हुए उनका पहले निष्पादन किया जा रहा है, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े एवं वे अविलम्ब अपना यात्रा कर सकें। उन्होंने आगे कहा कि इससे कोई भी व्यक्ति घबरायें नहीं। सभी का  ई-पास ससमय निर्गत हो जाएगा एवं आवागमन की अनुमति प्राप्त कर आसानी से वे अपनी यात्रा कर सकते है।
■ गलत कारणों से पास निर्गत कराने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई:- उपायुक्त….
 ई-पास के लिए नाम, पता, संपर्क नंबर, ई-पास की वैधता, यात्रा का उद्देश्य जैसी जानकारी दर्ज करनी होती है। ई-पास केवल एक सीमित अवधि के लिए और एक स्थान के लिए ही जारी किया जा रहा है। यह उन यात्रियों की संख्या भी बताएगा जो व्यक्ति के साथ होंगे। पास के लिए आवेदन करने का मतलब यह नहीं है कि यह मिल गया है। इसका अलावे बेवजह या निर्गत पास के गलत इस्तेमाल करने की स्तिथि में संबंधित व्यक्ति पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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