मदरलैंड संवाददाता, गोपालगंज
गोपालगंज। मानसून आनेे में अभी दो-चार दिन बाकी है लेकिन इस बार के मानसून की बारिश में बरौली शहर जलजमाव की संकट से बुरी तरह जुझेगा। कुछ दिन पहले ही प्री-मानसून की बारिश हुई तो शहर के कई वार्ड जलमग्न हो गये थे और आज तक कई वार्डों में पानी जमा है। कुछ वार्डों में तो जलनिकासी के लिए नाला ही नही बना है और जहां नाला बना है वहां नाले की उड़ाही शुरू नही हुई है। गंदगी और कीचड़ से भरी नालियां बजबजा रही है। अगर बारिश शुरू हो गयी तो इन नालियों से जलनिकासी नही हो पाएगी और पूरा शहर जलजमाव से जूझेगा।आपको बता दे कि अगर हल्की भी बारिश हो जाय तो शहर का दिल कहा जाने वाला वार्ड छः पूरी तरह जलजमाव से जूझेगा। यहां पिछले मानसून के समय भी कई दर्जन घरों में बारिश का पानी घुस गया था और लोगों को उंचे स्थानों पर शरण लेनी पड़ी थी। कुछ ऐसी ही दशा वार्ड ग्यारह, बारह, नौ, पंद्रह, अठारह, सात और आठ नंबर वार्ड की है। वार्ड सात और आठ में तो नाला भी नही है। इसके चलते बारिश का पानी सड़कों पर फैलता है और वार्डवासियों की परेशानी बढ़ जाती है।
आउटलेट और जलनिकासी के अभाव में होता है जलजमाव
 बरौली बाजार के आसपास करीब पांच वार्ड हैं जहां घनी बस्ती है। यहां के घरों का पानी मुख्य नाले में गिरता है लेकिन इस नाले के पानी के निकास के लिए कही आउटलेट नही बना है इसलिए नालियां भर जाने के बाद गंदा पानी सड़क पर फैलता रहता है। हालांकि नपं ने गंदे पानी के निकासी के लिए नाला निर्माण के लिए खुदाई का काम शुरू कराया है और फिलहाल काम बंद है। इस सम्बंध में नपं इओ सपना कुमारी ने बताया कि अप्रैल मे नाला उड़ाही का काम हुआ था, पुनः जारी है। जलजमाव वाले स्थलों को चिन्हित कर जलनिकासी की व्यवस्था पर काम हो रहा है। इस मानसून में जलजमाव नही होगा।
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