नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) और शाहीन बाग़ का विरोध प्रदर्शन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषणों में सबसे पहले आते हैं। रविवार को उतर-पूर्वी दिल्ली में एक रोड शो करने आए अमित शाह ने एक बार फिर नागरिकता कानून को लागू करने पर ज़ोर दिया। उन्होंने भाषण की शुरूआत करते हुए लोगों से पूछा कि,मोदी जी ने CAA लागू किया है, यह क़ानून हन्दूओं, बौद्धों, जैनों, सिक्खों और पारसियों को जो पाकिस्तान, अफ़ागानिस्तान या बांग्लादेश में प्रताड़ित किए जा रहे हैं, उन्हे भारत की नागरिकता देता है, बताइए क्या यह क़ानून लागू नहीं होना चाहिए?

अमित शाह का भाषण आजकल दिल्ली के शाहीन बाग़ से आरंभ होता है और शाहीन बाग़ पर ही समाप्त होता है। दरअसल, शाहीन बाग़ नागरकिता अधिनियम के विरोध का प्रतीक बन गया है जहां गत एक माह से अधिक से महिलाएं धरने पर बैठी हैं। अमित शाह ने भाषण में कहा कि दिल्ली में शाहीन बाग़ नहीं होना चाहिए। वो लोगों से कहते हैं कि, बटन बाबरपुर से दबाना चाहिए, किन्तु उसका करंट शाहीन बाग़ तक जाना चाहिए।

दिल्ली में फ़िलहाल भाजपा के मात्र 3 MLA हैं। इस बार भाजपा ने तय किया है कि वो पीएम नरेन्द्र मोदी के नाम पर ही वोट मांगेंगी। इसके साथ ही गृहमंत्री अमित शाह खुद चुनाव प्रचार की बागडौर संभाल रहे हैं। अमित शाह दिल्ली के लोगों से वोट मांगते हुए वादा कर रहे हैं कि यदि दिल्ली में भाजपा जीत जाती है तो केंद्र सरकार यहां डेढ़ लाख करोड़ रूपए ख़र्च करेगाी। किन्तु अमित शाह के लिए फ़िलहाल दिल्ली में केन्द्रीय मुद्दा शाहीन बाग़ ही है।

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