मदरलैंड संवाददाता, सीवान
सीवान ।लॉक डाउन में यूपी०बार्डर पर प्रशासन पूरी तरह निष्ठुर बन गया है। यूपी प्रशासन सीमा से शव को बिहार क्षेत्र में आने से रोकते हुये शव के सामने से ही अधिकारी की गाड़ी को बिहार में पास करवाया। यह नजारा यूपी० प्रशासन के अमानवीय व्यवहार को प्रदर्शित करता है जिसके प्रति लोगों में आक्रोश है।शुक्रवार दोपहर गुठनी के यूपी०मैरिटार निवासी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी सृष्टि सिंह के दादी का शव देवरिया से पैतृक घर गुठनी के मैरिटार एम्बुलेंस द्वारा बार्डर पर पहुचा जिसे यूपी० प्रशासन ने यह कहते हुये वापस कर दिया कि यूपी० में दाह संस्कार कर दीजिये। शव वापस हो ही रहा था कि लखनऊ में कार्यरत एक आयकर अधिकारी की वीआईपी० कार आयी जिसमें परिवार के सदस्य थे। उस गाड़ी को वही यूपी० प्रशासन बिहार में पास कराया। यूपी० प्रशासन का दोहरा चेहरा देख ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। यही नही जिलाधिकारी सीवान के यहां से निर्गत अंतरप्रांतीय पास पर सीवान के एक न्यायिक मजिस्ट्रेट को भी यूपी० नही जाने दिया गया। बार्डर पर आये दिन ये घटनाएं हो रही है। जब एम्बुलेंस से शव को भी लाने से रोका जा रहा है। और कई लोगों को विवश होकर यूपी० में ही दाह संस्कार करना पड़ रहा है। यूपी० चेकपोस्ट पर तैनात अधिकारियों ने कहा वरीय पदाधिकारी का आदेश मिला तो गुठनी जाने के लिये लखनऊ से आये आयकर बिभाग के अधिकारी को जाने दिया गया। वही शव को गुठनी नही जाने दिया गया इसपर उन्होंने कहा वरीय अधिकारियों का आदेश है की शव या रोगी लेकर कोई एम्बुलेंस नही आयेगा या जायेगा।