मदरलैंड संवाददाता,
जमुआ (गिरिडीह )लाॅकडाउन-3 लागू होने के साथ ही बाहर फंसे मजदूरों की घर वापसी हो रही है । कई मजदूर अभी भी बाहर में फंसे हैं । जो मजदूर ट्रेन, बस या टैक्सी से अपने घर लोट आए हैं । उन्हें जांचोउपरांत होम क्वारंटाइन में रहने का सलाह दिया गया है । लेकिन सुरक्षा मानकों को लेकर सूरत से हारोडीह लौटे करीब 100 मजदूरों ने गांव के उत्क्रमित मध्य विधालय हारोडीह में ही 14 दिन बिताना मुनासिब समझा । क्वारंटाइन में रह रहे मजदूरों को कोई सरकारी व्यवस्था नहीं मिलने पर गांव के विनोद वर्मा ने एक समय का भोजन उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए आज चौथे दिन सभी मजदूरों को दाल , भात व सब्जी खिलाया गया । सभी काफ़ी खुश नज़र आ रहे थे ।
वहीं विनोद वर्मा ने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधि द्वारा कोई सुविधा मजदूरों को मुहैया नही करवाया गया। इस महामारी में जहां मजदूर बेरोजगार हो गए हैं । उनकी मदद करने को कोई आगे नहीं आ रहे हैं । इसे देखते हुए 14 दिनों तक एक समय का भोजन उपलब्ध करने का निर्णय लिए है । मुखिया हो या विधायक कोई मजदूरों की सहायता नहीं कर रहे हैं । विदित हो कि विनोद कुमार वर्मा भी इन्हीं मजदूरों के साथ चार दिन पूर्व सूरत से लोटे है