मदरलैंड संवाददाता,
मोतिहारी:- तमिलनाडु के तिरूवल्ली से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन संख्या 06123 के यात्रियों ने मंगलवार को सुगौली स्टेशन पर ट्रेन को बगैर स्टाॅपेज के अधिक समय तक रोके जाने एवं नास्ता सुविधा नहीं दिए जाने पर हंगामा किया। ट्रेन शुक्रवार को दिन के 10:09 बजे सुगौली स्टेशन पर पहुंची थी। भूख और प्यास से हलकान यात्री ट्रेन को शीघ्र खोलने की मांग कर रहे थे। स्थानीय स्टेशन पर पुलिस प्रशासन का इंतजाम नाकाफी था। जिससे ट्रेन के यात्री स्टेशन के बाहर से खाने पीने के सामानों को खरीदने के लिए टूट पड़े।यात्रियों का कहना था कि तमिलनाडु में खाने पीने सहित जरूरत की सभी सामानों की आपूर्ति कि गयी। लेकिन ट्रेन जब बंगाल में आई तो वहां एक केला और पानी का बोतल दिया गया। लेकिन, ट्रेन के बिहार में घुसते ही बदइंतजामी का आलम ये रहा कि सुगौली स्टेशन पहुंचते- पहुंचते यात्री भूख से हलकान हो चुके थे।यात्रियों ने बताया कि बिहार में उन्हें खाने पीने के लिए कुछ भी नहीं दिया गया। नतीजा ये हुआ कि यात्री स्टेशन के बाहर खाने पीने की सामान खरीदने के लिए टूट पड़े। स्टेशन पर पुलिस नदारद दिखी। मीडिया के स्टेशन पर आने के बाद जीआरपी के थानाध्यक्ष प्लेटफार्म पर दिखे। हालांकि ट्रेन के यात्रियों ने बताया कि तिरूवल्ली में ट्रेन पर सवार होते समय सभी यात्रियों की चिकित्सीय जांच हुई थी।फिर भी यात्रियों का ट्रेन से उतर कर स्टेशन से बाहर आना जाना कोरोना संकट काल में ख़तरनाक है।