सड़क निर्माण में देरी और गुणवत्ता विहीन सड़क निर्माण की समस्या से परेशान होकर प्रशासन से नाराज होकर स्थानीय ग्रामीणों ने चक्काजाम किया है। खबर मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची। काफी मशक्कत के बाद सड़क से भीड़ हटाया गया। इस दौरान प्रशासन के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि निर्माणाधीन सड़क का काम जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही जनता की मांग पर भारी वाहनों का प्रवेश भी नहीं होगा।
कोटा में निर्माणाधीन थका देने वाली सड़क से परेशान होकर स्थानीय लोगों ने करीब दो घंटे तक चक्काजाम कर दिया। यद्यपि पुलिस और प्रशासन की मदद से सड़क को क्लियर किया गया। लेकिन इस दौरान स्थानीय जमकर बवाल किया। प्रशासन से लिखित आश्वासन के बाद सड़क छोड़ा।
बताते चलें कि कोटा के लोग सालों से चल रहे सड़क निर्माण को लेकर बार बार प्रशासन को लिखित शिकायत की। अपनी शिकायत में स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क निर्माण में देरी के चलते लोगों को आने जाने में भारी परेशानी हो रही है। बावजूद इसके प्रशासन लोगो की शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
नाराज स्थानीय लोगों ने एक दिन पहले चक्काजाम का एलान किया। आज सुबह करीब 11 बजे आस पास के लोग नाकाचौक में एकत्रित होकर दोनों तरफ की सड़क को ब्लाक कर दिया। देखते ही देखते ही दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतार लग गयी। स्थानीय कोटावासियों के आक्रोश और चक्काजाम की जानकारी मिलते ही एसडीएम आनन्दरूप तिवारी और एसडीओपी ने समझाने बुझाने का प्रयास किया।
आनन्द रूप तिवारी ने मौके पर पहुंचने के बाद तत्काल लोक निर्माण विभाग के एसडीओ को बुलाया। एसडीओ पीडब्लूडी ने आश्वासन दिया कि एक सप्ताह के अन्दर सड़क का मरम्मत कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा आंदोलनकारियों ने भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की।
कोटा एसडीएम ने आंदोलनकारियों को आश्वासन दिया कि अब सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे ऒर शाम 4 बजे से 10 बजे के बीच भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। एसडीएम के आश्वासन के बाद नाराज स्थानीय लोगों न सड़क छोड़ा। इसके बाद आवागमन को व्यवस्थित होने में करीब एक घंटे लग गए।
जानकारी हो कि रतनपुर से कोटा के बीच 50 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जा रहा है। लम्बे समय से सड़क निर्माण किया जा रहा है। इस दौरान कई बार काम बन्द भी हुआ। जिसके चलते लोगों में आक्रोश बढ़ता गया। और गुरूवार को लोगों ने सड़क जाम कर दिया। चक्काजाम के दौरान स्थानीय लोगों ने नाराजगी जाहिर करते हुए एसडीएम तिवारी को बताया कि सड़क निर्माण में ठेकेदार और एडीबी के अधिकारियों ने जमकर भ्रष्टाचार किया है। करीब डेढ़ सौ करोड़ की सड़क कई स्थानों पर सड़क उखड़ने लगी है। लोगों की बात सुनने के बाद एसडीएम ने जांच का आश्वासन भी दिया।
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