मुंगेर। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले फेज में 28 अक्टूबर को होने वाली वोटिंग में कोई व्यवधान न आए इसको लेकर नक्सलियों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। इसी क्रम में कई बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके तीन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। जिला पुलिस और एसएसबी (एसएसबी) की संयुक्त कार्रवाई में थाना क्षेत्र से गिरफ्तार हार्डकोर नक्सलियों को में छोटी मधुबन निवासी शिवशंकर चौड़े, जेठू कोड़ा और दिलीप किस्कू शामिल हैं।
खड़गपुर डीएसपी संजय पांडेय ने बताया कि जिस शिवशंकर चौड़ा को गिरफ्तार किया गया है, उसका संबंध 30 मई 2018 को खड़गपुर झील के जीर्णोद्धार कार्य में लगे एजेंसी के 4 पोकलेन और एक मोटरसाइकिल जलाने के मामले से है। पुलिस के अनुसार शिवशंकर चौड़े जीर्णोद्धार कार्य में मजदूरी का काम करता था और तमाम सूचनाएं नक्सलियों तक पहुंचाता था। उस पर 2018 में 30 मई को खड़गपुर झील के जीर्णोद्धार कार्य में लगे एजेंसी के 4 पोकलेन, 2 हाईवा और एक मोटरसाइकिल जलाने में शामिल होने का आरोप है।
उन्होंने बताया कि दिलीप किस्कू कुख्यात नक्सली बीरबल का साला है। 2014 में गंगटा थाना क्षेत्र में मिनी गन फैक्ट्री के संचालन मामले में इसकी गिरफ्तारी भी हुई थी। वर्ष 2014 में गंगटा थाना क्षेत्र में मिनी गन फैक्ट्री के संचालन मामले में इसकी गिरफ्तारी भी हुई थी। वहीं जेठू कोड़ा कांड संख्या 201/20 का नामजद रहा है, उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तीनों नक्सलियों का नक्सल घटना में विशेष योगदान रहा है और कई नक्सलियों से इसके ताल्लुकात रहे हैं।
खड़गपुर डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार तीनों नक्सलियों का कई नक्सली घटनाओं में योगदान रहा है और कई नक्सलियों से इसके संबंध रहे हैं। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव के पूर्व इन तीनों की गिरफ्तारी एक बड़ी उपलब्धि है। एसडीपीओ संजय पांडेय ने बताया कि शिवशंकर चौड़ा का पिता अशोक चौड़ा राज्य स्तरीय नक्सली है, जो पिछले 15 वर्षों से अधिक समय से फरार चल रहा है।