पटना । मौसम का असर जनजीवन पर पड़ने लगा है। धुंध बढ़ने से दृश्यता की स्थिति लगातार कमजोर होती जा रही है। सुबह से सूबे के अधिकतर भाग में शनिवार को विजिबिलिटी का स्तर काफी नीचे चला गया। लगातार दूसरे दिन पटना एयरपोर्ट के विमानों की आवाजाही प्रभावित हुई। धुंध की बढ़ोतरी की वजह से पटना में विजिबिलिटी 400 मीटर के इस सीजन के सबसे न्यूनतम स्तर तक पहुंच गई। शुक्रवार को यह 500 मीटर दर्ज की गई थी। नौ-साढ़े नौ बजे तक दृश्यता आठ सौ मीटर के आसपास थी। दिन दस बजे के बाद मद्धिम धूप निकलने पर विजिबिलिटी बेहतर हुई। विमानों के उतरने की राह सुनिश्चित हुई। इस वजह से पटना के एक दर्जन विमान शनिवार को देर से उड़े और उतरे। लेटलतीफ विमानों में अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू के विमान शामिल हैं। पर्वतीय इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से बर्फबारी और बारिश की स्थिति बनी है। अगले कुछ दिनों में पश्चिमी विक्षोभ का असर मैदानी इलाकों में दिखेगा। ९ दिसंबर से सूबे के अधिकतर शहरों का तापमान नीचे आएगा। बर्फीली हवाओं के प्रवाह की वजह से कनकनी बढ़ेगी और न्यूनतम पारा रात में सताएगा। कोल्ड डे व कोल्ड वेव की स्थिति भी बन सकती है। फिलहाल सूबे में चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है, जिसकी वजह से न्यूनतम तापमान चढ़ा हुआ है।