मदरलैंड संवाददाता,

 बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि इस बात की संभावना कम ही नजर आती है कि चुनाव में राजनीतिक दल हेलीकॉप्टर से प्रचार करेंगे या फिर बड़ी बड़ी रैलियों का आयोजन करेंगे।
 सुशील मोदी ने कहा वोटरों के मतदान करने का तरीका भी चुनाव में बदल सकता है। उन्होंने इस बात की भी संभावना जताई कि बिहार चुनाव में लोग घर में बैठे-बैठे ही मतदान कर पाएंगे। सुशील मोदी ने कहा कि बिहार में होने वाले चुनाव में राजनीतिक दल ज्यादा से ज्यादा डिजिटल माध्यम से वोट मांगते नजर आएंगे। उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां लोगों से मोबाइल और टेलीविजन के जरिए वोट की अपील करती दिख सकती है।
 उन्होंने कहा कि बिहार में राजनीतिक दल डोर टू डोर कैंपेन का सहारा लेंगे और ज्यादा से ज्यादा ऑडियो और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मतदाताओं से जुड़ेंगे। गौरतलब है इसी साल अक्टूबर-नवंबर में बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं लेकिन कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव करा पाना संभव होगा या नहीं इसको लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।
इधर सीपीआई(एम) ने सुशील मोदी द्वारा ऑनलाइन चुनाव कराने के बयान को जनतंत्र विरोधी बताया है।
 पार्टी के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा बिहार और देश के दूसरे हिस्सों में ऑनलाइन चुनाव कराने की बात जनतांत्रिक प्रक्रिया पर कुठाराघात और जन इच्छा को भाजपा और उसके सहयोगी दलों के पक्ष में बदलने की आपराधिक साजिश है। उन्होंने कहा भाजपा नेता और राज्य के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी द्वारा ऐसे समय में यह बात उठाई गई है जबकि केंद्र से लेकर राज्य सरकारों द्वारा को रोना महामारी और राज्य के लाखों प्रवासी मजदूरों और किसानों की दयनीय स्थितियों से निपटने में उनकी विफलता और संवेदनहीनता जगजाहिर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आज जब बिहार के मजदूर किसान रोजी रोटी की मांग कर रहे हैं उस समय ऑनलाइन चुनाव की मांग करना असली मुद्दों से ध्यान हटाने और भाजपा की जनतंत्र विरोधी साजिश को उजागर करता है।

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