मदरलैंड संवाददाता, बेतिया
बिहार राज्य आशा संघ एटक पं चम्पारण की ओर से सिविल सर्जन पं चम्पारण एवं आशा डी सी एम पश्चिम चम्पारण के आदेश का अनुपालन कराने तथा पी एच सी में एकाउंटेंट राज्य समाप्त करने को लेकर धरना दिया गया। जिला में सभी पी एच सी को सिविल सर्जन पं चम्पारण एवं आशा डी सी एम ने जून माह तक आशा के रुटीन वर्क का पैसा एवं कोरोना वायरस सर्वे का पैसा के भुगतान का पत्र दे दिया है लेकिन इस संकट की घड़ी में भी आशा का भुगतान नहीं हो रहा है जिससे सी एस एवं डी सी एम के आदेश पर ग्रहण लगता दिख रहा है। राशि उपलब्ध रहने के बाद भी आशा के भुगतान को लंबित रखा जाता और उसका एक मात्र कारण है कि भुगतान में फिल्म्स होगा तो अवैध उगाही का मौका मिलेगा सभी पी एच सी में एकाउंटेंट लोगों ने अपना एक नेटवर्क खड़ा कर लिया है जिसके माध्यम से अवैध उगाही का धंधा चलता जो आशा उस सिस्टम को अपना लेती उसका भुगतान हो जाता और जो नहीं अपनाती उसका भुगतान तरह तरह के आरोप से रोक दिये जाते। आज पी एच सी में एकाउंटेंट राज्य चल रहा है। अभी हाल में एक एकाउंटेंट ने लाखों रूपया अपने पत्नी के खाता में ट्रांसफर कर दिया था जो मामला प्रकाश में आया। आशा काम करने के बाद भी भुखमरी का शिकार हो रही है अधिकारियों के आदेश का धज्जियां उड़ रही है और एकाउंटेंट महोदय और उनके शागिर्दों की चांदी कट रही है।
नौतन पी एच सी में तो अक्टूबर माह तक ही भुगतान हुआ है। आज यही कारण है कि पी एच सी में संस्थागत प्रसव का दर घटता जा रहा है। बाल जननी सुरक्षा के प्रोत्साहन राशि के भुगतान की भी स्थिति खराब होने के कारण लोग सरकारी अस्पताल में जाना नहीं चाहते। बिहार राज्य आशा संघ ने मांग किया है कि एकाउंटेंट राज समाप्त कर आशा का भुगतान अविलम्ब नहीं किया गया तो संघ राज्य स्वास्थ्य समिति और स्वास्थ्य मंत्री तक का दरवाजा खटखटाने के लिए बाध्य होगा। संघ के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष ओमप्रकाश क्रान्ति ने बताया कि पं चम्पारण में आशा के भुगतान की खराब स्थिति के लिए पी एच सी के प्रभारी एवं एकाउंटेंट जिम्मेदार है यदि सुधार नहीं हुआ तो प्रत्येक पी एच सी में पोल खोल आंदोलन होगा क्योंकि पी एच सी से गलत प्रतिवेदन भी जिला को दिया जा रहा है। नौतन, चनपटिया, नरकटियागंज, गौनाहा, लौरिया, सिकटा, रामनगर आदि पी एच सी में आशा के भुगतान का हाल सबसे बुरा है। मौके पर रिंकू देवी, मिश्रा देवी, बेनू देवी, सुन्दरता देवी, पुनम देवी, हैरुन नेसा, शारदा देवी, गुलाबी देवी, लालचुनी देवी, प्रमिला देवी, सोनी देवी, संध्या देवी, शंभू नाथ मिश्र, परशुराम ठाकुर, ध्रुव शास्त्री आदि उपस्थित रहे।