मदरलैंड/बेतिया/पश्चिम चम्पारण
बिहार राज्य और राजपत्रित कर्मचारी महासंघ के त्रिपाठी गुटके प्रांतीय महासचिव संयुक्त सचिव संघर्ष कल्याण परिषद बिहार दिलीप कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एवं प्रशाखा पदाधिकारी 01 02 0304 0608 109 पर चिकित्सा पदाधिकारियों घोटालेबाज कर्मियों स्थानांतरण पदस्थापन अवैध प्रोडक्टिव प्रदान कर स्वास्थ्य विभाग पटना और स्वस्थ कर लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वक्ष नेतृत्व की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल पद से मुक्त कर किसी स्वच्छ छवि वाले जनतांत्रिक गठबंधन के ही नेता को इसका दायित्व सौंपने का अनुरोध किया है। जिससे आने वाले विधानसभा चुनाव में पुनः जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बन सके। प्रांतीय कर्मचारी नेता दिलीप कुमार ने प्रेस को बताया कि जब से मंगल पांडेय को सुबह के संवेदनशील स्वास्थ्य विभाग का दायित्व सौंपा गया सुबह के स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा पदाधिकारियों घोटालेबाज कर्मियों के स्थानांतरण पदस्थापन अवैध प्रोन्नति का गोरखधंधा फल फूल रहा है और राज्य स्वास्थ्य समिति लूट का सूट का अड्डा बन गया है। इनके नेतृत्व में आम आदमी का इलाज पैसे बाजी, रेडियोलॉजी, जांच के नाम पर शोषण किया जाता है। तथा चिकित्सा चिकित्सक एवं पर मेडिकल कर्मी गणित आम जनता का खून पसीने की कमाई को खुलेआम लूट रहे हैं और जनजीवन बिगड़ गया है। हम जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार के मंत्रीगण सांसद अपनी पीठ खुद थपथपा रहे हैं। विदित हो कि स्वास्थ्य विभाग के विभाग की अधिसूचना संख्या 1032 दिनांक 14 द्वारा एमजेके कॉलेज बेतिया को अस्पताल बेतिया को पश्चिम चंपारण को राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय में जीत कर दिया गया। तत्पश्चात स्वास्थ्य विभाग की अधिसूचना 2019 886 2019 के कॉलेज अस्पताल में 20 वर्षों से अधिक समय से अधिकारियों का स्थानांतरण सरजेंशी के विभिन्न संस्थानों में किए जाने के पश्चात राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय बेतिया किए पत्रांक 473 देना 19-11-19 के तहत किया गया जिसके क्रमांक 5 पर श्रीकांत दुबे का नाम अंकित है किंतु अब तक आर्थिक लेनदेन के आधार पर डीके सिंह अधीक्षक एमजेके अस्पताल बेतिया के द्वारा डॉक्टर दुबे को नव पदस्थापित संस्थान अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज के लिए विरमित नहीं किया गया है दुबे अब तक बेतिया में बडनेरा कर अपने निजी क्लीनिक में निजी प्रैक्टिस में संलग्न है और दूसरी ओर अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज के क्षेत्र की आम जनता समुचित इलाज के अभाव में आए दिन दम तोड़ रही है। विदित हो कि राजस्वास्थ्य स्वास्थ्य महकमा के पत्र के आलोक में वर्तमान सिविल सर्जन बेतिया ने अपने पत्रांक 2452 दिनांक 9-12-19 के द्वारा अनिल कुमार सिन्हा सरकार के संयुक्त सचिव स्वास्थ्य विभाग पटना को डॉक्टर दुबे की स्वच्छता तथा आदेश की अवहेलना के संदर्भ में सूचना दिए जाने के बावजूद अब तक स्वास्थ्य विभाग के पदस्थापित के द्वार नहीं स्वास्थ्य डॉ दुबे के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे की अहम भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है यहां यह भी उल्लेखित करना ऑफिस आएंगे कि नहीं होगा कि डॉ रामप्रकाश कुशवाहा बिहार सरकार में सी डब्ल्यू जे सी 40 3699 में पारित अध्यादेश के आलोक में के ए एम प्रसाद अप्पर सचिव स्वास्थ्य विभाग पटना के द्वारा निर्गत आदेश के आलोक में पूरे बिहार सहित पश्चिम चंपारण जिला में वर्षों से सामान्य प्रशासन विभाग पटना के निर्देश के विरुद्ध करमसर 4 कक्षा 10 86 एवं 3 वर्षों से अधिक समय से अधिक पांव जमाए चिकित्सकों का क्रमवार स्थानांतरण दूसरे जिला प्रमंडल में किया गया। जिसमें पश्चिम चंपारण जिला के चिकित्सक भी चिकित्सक का प्रशाखा 123 एवं प्रशासन ओके बाबू की कृपा से पुनः पश्चिम चंपारण जिला में वापस पदस्थापित कर दिया गया।
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