पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव की तिथियों के ऐलान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) सुनील अरोड़ा ने यहां पहुंचकर तैयारी की समीक्षा की और कहा कि चुनाव के दौरान किसी सोशल मीडिया पोस्ट से सांप्रदायिक और जातिगत हिंसा को बढ़ावा दिए जाने की प्रमाणिक रिपोर्ट मिलती है, तो आयोग सख्त कार्रवाई करेगा। अरोड़ा ने कहा कि आयोग कोविड-19 महामारी के दौरान स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण, पारदर्शी और सुरक्षित मतदान कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, हमने पहले ही अपनी बातचीत में यह स्पष्ट कर दिया है कि हम चाहते हैं कि सोशल मीडिया आयोग के साथ सहयोग करे… अगर हमें (आयोग) किसी भी स्रोत से चाहे वह मीडिया हो या कोई व्यक्ति यह जानकारी मिलती है कि सोशल मीडिया में शरारत हो रही है और उसकी रिपोर्ट से सांप्रदायिक और जातिगत हिंसा को बढ़ावा मिल सकता है तो हम कड़ी कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक के दौरान राजनीतिक दलों ने भी सोशल मीडिया के दुरुपयोग को लेकर चिंता जताई है। बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आई निर्वाचन आयोग की सात सदस्यीय टीम का नेतृत्व करने वाले अरोड़ा ने विधानसभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के बाद पटना में पत्रकारों से बात की। यात्रा के दौरान, आयोग की टीम ने राजनीतिक दलों के शिष्टमंडलों के साथ मुलाकात करने के साथ प्रदेश के प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के अलावा राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के साथ बैठक कर महामारी के बीच चुनाव से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की।

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