कुछ समय पहले ही काशी हिंदू विश्वविद्यालय, बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय (एसवीडीवी) में असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त डॉ. फ़िरोज़ खान का बुधवार को कला संकाय के संस्कृत विभाग के लिए साक्षात्कार देंगे। जहां इससे पहले वह 29 नवंबर 2019 को आयुर्वेद संकाय में भी साक्षात्कार दे चुके हैं, जिसका परिणाम आना बाकी है। इस विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर साक्षात्कार में फिरोज समेत आठ अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

39 अभ्यर्थियों वाली मेरिट सूची में फिरोज 11वें नंबर
जानकारी के अनुसार होलकर हाउस में बुधवार सुबह 8 बजे से होने वाले साक्षात्कार के लिए बनी 39 अभ्यर्थियों वाली मेरिट सूची में फिरोज 11वें नंबर पर हैं। सूत्रों के अनुसार, संस्कृत विभाग का परिणाम आने के बाद फिरोज प्रकरण का पटाक्षेप हो सकता है। उधर, एसवीडीवी संकाय के छात्र बीते सोमवार से डॉ. फिरोज की नियुक्ति के खिलाफ धरनारत हैं। जहां वह संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष पर नियमों की अनदेखी कर फिरोज की नियुक्ति का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

डॉ. फिरोज की नियुक्ति विश्वविद्यालय संविधान के अनुसार हुई है या नहीं?
बता दें कि एसवीडीवी संकाय के छात्रों के पांच सवालों में से तीन का जवाब बीएचयू प्रशासन ने सोमवार को ही दे दिया था, जबकि दो सवालों का जवाब बीते मंगलवार को दिया गया। जहां रिक्रूटमेंट सेल में ज्वाइंट रजिस्ट्रार की ओर से संकाय प्रमुख को भेजे गए जवाब की कॉपी छात्रों को दी गई, लेकिन छात्र इससे संतुष्ट नहीं है जिन दो सवालों का जवाब दिया जाना बाकी था, उसमें छात्रों ने पूछा था कि डॉ. फिरोज की नियुक्ति विश्वविद्यालय संविधान के अनुसार हुई है या नहीं। इस पर जवाब मिला कि विश्वविद्यालय के अधिनियमों, संविधान और यूजीसी के विनियम 2018 के प्रावधानों के अनुसार नियुक्ति हुई है लेकिन छात्र इससे संतुष्ट नहीं हुए और धरना जारी रखने का निर्णय लिया है।

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