मदरलैंड संवाददाता, बोधगया
7जून को सुबह लगभग 8बजे लगभग 200 मठ से संबंधित दूकानदार ,पूजा प्लेस, बकरौर -रतिबिघा रोड,बोधगया में मठ के विरुद्ध एक बैठक की गयी। इस बैठक में दूकानदारों ने एक कमिटी का गठन किया।जिसके अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता के अलावे अशोक यादव, रामस्वरूप यादव ,अर्जुन यादव एवं शंकर यादव के कंधो पर संघर्ष का दायित्व सोपा गया।
इस बैठक में यह घोषणा की गयी कि जून माह से दूकान का किराया मठ को न देकर किराया प्रति माह कमिटी को देना है और हमलोग इसी रुपया से मठ के साथ केश लङेंगे।
आजकल बोधगया मठ के प्रति कुछ साधारण लोगो के साथ-साथ कथाकथित विशेष लोग भी साजिश कत्ता के रूप में शामिल है।
मठ के सूत्रो का कहना है कि 90के दशक में कुछ स्थानीय दुकानदार सामोहिक रूप से इकठ्ठा हो कर मठ के जमीन पहले जबरन कब्जा किया और बाद में मठ पर दबाव दे कर जबरन एग्रीमेंट पेपर बनबाया। उस जमीन पर लोगो ने लगभग 200 दूकान व मकान बना लिया। कुछ जमीन परीत पङा है। उस जमीन को भी कब्जा करने में लोग लगे हुए है। उक्त दूकानदारो में से लगभग आधे दूकानदार किराया भी नहीं दे रहे है। मजे की बात तो यह है कि दूकान का एग्रीमेंट पेपर किसी के नाम, दुकान कोई और चला रहा है। इसकी ख़ंख्या भी लगभग 45है।
इस स्थिति का जब जनवरी20 में मठ द्वारा विरोध किया गया तो इस दिशा में लोगों की गोलबंदी शुरू हो गयी तब बोधगया मठ द्वारा मार्च-20 में बोधगया थाना को इसकी लिखित सूचना दी गयी किन्तु लॉक डॉन के कारण थाना द्वारा कोई काररवाई नहीं हो सकी।
इसी बीच गत 5 मई को पच्छट्टी में एक रफीक आलम दूकानदार अपनी ही दूकान के पास फाँसी लगा कर आत्महत्या कर लिया। इस आत्महत्या को एक साजिश के तहत उसकी पत्नी द्वारा मठ के 5 लोगो के विरूद्ध बोधगया थाना में एफ आई आर कराया गया है। जिसकी जाँच पुलिस कर रही है।