रुड़की। आशीर्वाद एंक्लेव सोसायटी में आचार्य पंडित रजनीश शास्त्री के सानिध्य में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का आज यज्ञ भंडारे के साथ समापन हो गया। आचार्य पंडित रजनीश शास्त्री ने बताया कि इस कलयुग में हरी चिंतन ही अमृत रूपी औषधि है। हमें भगवान राम और कृष्ण के चरित्र से शिक्षा लेनी चाहिए जीवन में कितना भी बड़ा संघर्ष हो कितना भी मन उदास हो तनाव में हो भगवान ने कितनी सहजता और सरलता से कठिनाइयों को पार किया। देश धर्म समाज के लिए हमें हमेशा आगे आना चाहिए। अपने युवाओं में बच्चों में अच्छे संस्कार डालने चाहिए मनुष्य होना सरल है लेकिन मनुष्यता प्राप्त करने के लिए हमें कठिन परिश्रम तब की आवश्यकता होती है। इसलिए सभी लोग मनुष्यता प्राप्त करने के लिए प्रयास करें विश्व में भारत देश सभी का हृदय है और इसमें वास करने वाले लोग पूरे विश्व का नेतृत्व करते हैं भंडारे में सैकड़ों लोगों ने प्रतिभाग किया और भगवान का प्रसाद ग्रहण किया। कथा में मुख्य रूप से विधायक प्रदीप बत्रा, आचार्य अनुज आचार्य इंद्र मणि सेमवाल, कामेश्वरी सेमवाल,राजन आहूजा, विशाल आहूजा,अमित सेन,विजेंद्र माहेश्वरी, सुनील धीमान, महेंद्र कंसल, नवीन त्यागी, सतीश सैनी, हंसराज सचदेवा, संजय अरोड़ा, नितिन शर्मा,राजेश्वर रोहिल्ला, आरती सेन भीमसेन, देवेंद्र राणा, अनुज कपिल, पूनम त्यागी, संदीप वर्मा, मुकेश आचार्य, गणेश आचार्य, प्रवीण मोहित, सुनीता, विजय माधवन आदि उपस्थित रहे।