मदरलैंड एजेंसी,
वाशिंगटन (एजेंसी)। कोरोना के चलते भारतीय-अमेरिकियों ने भारतीय मूल के विदेशी नागरिकों यानी ओसीआई कार्डधारकों पर लगाए गए यात्रा संबंधी प्रतिबंधों में ढील के भारत सरकार के फैसले का स्वागत किया है। ओसीआई कार्ड वैश्विक स्तर पर भारतीय मूल के लोगों को जारी किया जाता है। इन लोगों को वोट देने तथा सरकारी सेवा का हिस्सा बनने और कृषि भूमि खरीदने के अधिकार नहीं होता। हालांकि, इसके अलावा इन्हें भारतीय नागरिकों की तरह ही सभी अधिकार होते हैं। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को विदेश में फंसे कुछ श्रेणियों के ओसीआई कार्डधारकों को देश में आने की अनुमति दे दी है। हालांकि, इससे पहले सरकर ने कोविड-19 महामारी की वजह से नए अंतरराष्ट्रीय यात्रा अंकुशों की वह से विदेशी नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों का वीजा स्थगित कर दिया था।
भारत में वीजामुक्त यात्रा की छूट से अमेरिका जैसे देशों में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोगों और भारतीय नागरिकों को परेशानी हो रही थी। इनमें काफी संख्या में लोगों के बच्चे ओसीआई कार्डधारक हैं क्योंकि उनका जन्म यहां हुआ। आर्थिक संकट की वजह से अपनी नौकरी गंवा चुके कई भारतीय अभिभावकों भारत लौटने के लिए एयर इंडिया की विशेष उड़ानों में सवार होने की अनुमति नहीं मिल थी, क्योंकि उनके बच्चे ओसीआई कार्डधारक हैं इसके मद्देनजर कई लोगों ने अपनी परेशानी हो रही थी। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये अपनी दिक्कतों का जिक्र भारतीय नेताओं के समक्ष किया था। सामाजिक कार्यकर्ता और जयपुर फुट यूएसए के चेयरमैन प्रेम भंडारी ने कहा कि यह ओसीआई कार्डधारकों के लिए बड़ी राहत है। मुझे खुशी है कि भारत सरकार ने उनकी आवोज को चुना। गीता सोमानी ने कहा कि इससे अभिभावकों को काफी राहत मिली है। उनके नाबालिग बच्चे ओसीआई कार्डधारक हैं और उन्हें भी भारत वापस जाने की जरूरत है। सोमानी ने कहा कि चार लोगों के उनके परिवार में उनकी छह साल की पुत्री ओसीआई कार्डधारक है। शेष भारतीय नागरिक और उनका वीजा समाप्त होने जा रहा है। लेकिन पूर्व में ओसीआई कार्डधारकों पर यात्रा अंकुशों की वजह से वे यात्रा नहीं कर पा रहे थे। सोमानी ने कहा कि अब वे घर वापस लौटने की तैयारी कर रहे हैं।