नई दिल्ली। इग्नाइट लाइफ साइंस फाउंडेशन ने भारतीय विज्ञान संस्थान (बंगलूरू) और ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (फरीदाबाद) की एक शोध टीम को ‘महामारी की तैयारी’ अनुसंधान के लिए अनुदान पुरस्कार प्रदान किया है। यह अनुदान उन्हें एमआरएनए टीका तकनीक को विकसित करने के लिए मिला है। इस टीम में प्रोफेसर राघवन वरदराजन, डॉ. मृण्मय डे, डॉ. सिद्धार्थ झुनझुनवाला (आईआईएससी) और डॉ. अमित अवस्थी (ट्रांसलेशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट-फरीदाबाद) शामिल हैं। हालांकि, अनुदान की राशि का खुलासा अभी नहीं किया गया है। आईएलएसएफ ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह तकनीक भविष्य की महामारियों के लिए भारत की क्षमता के आधार को मजबूत बनाएगी। साथ ही सार्स-सीओवी-2 के नए वेरिएंट से लड़ने की हमारी क्षमता को मजबूती मिलेगी। इस तकनीक के सफल होने से महामारी से लड़ने में एक और हथियार तैयार होगा।

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