नई दिल्ली। भारतीय सेना ऑपरेशन सद्भावना के अंतर्गत देश भर में आर्मी वेलफेयर एजुकेशन सोसाइटी (एडब्ल्यूईएस) के तहत काम कर रहे आवासीय स्कूलों और कॉलेजों में केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के चयनित बच्चों और युवाओं के लिए स्नातक पाठ्यक्रम और स्कूली शिक्षा को प्रायोजित करेगी। इस पहल का उद्देश्य केंद्र शासित प्रदेशों के योग्य उम्मीदवारों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और उन्हें एक सुरक्षित भविष्य के लिए अपेक्षित क्षमता हासिल करने के अवसर प्रदान करना और बाहरी दुनिया से रूबरू करना है। शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए ब्यास (पंजाब) और पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) के दो आर्मी पब्लिक स्कूलों (एपीएस) में 8वीं और 9वीं कक्षा के लड़के और लड़कियों के लिए कुल 100 सीटें (50 प्रत्येक) निर्धारित की गई हैं। 2022-23 के बाद से इन 100 सीटों में धौला कुआं (नई दिल्ली), नोएडा (यूपी) और डगशाई (एचपी) के आर्मी पब्लिक स्कूलों में सीटें शामिल होंगी। शैक्षणिक वर्ष 2021-22 में बेंगलुरु (आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी और आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइन) और गुवाहाटी/जालंधर (आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग/ आर्मी कॉलेज ऑफ नर्सिंग) में छह रिक्तियां (प्रत्येक में दो) उपलब्ध कराई जाएंगी। कॉलेज हॉस्पिटैलिटी, फैशन डिजाइन (केवल लड़कियां) और नर्सिंग (केवल लड़कियां) में स्नातक डिग्री प्रदान करेंगे। वर्ष 2022-23 से सेना के प्रबंधन संस्थान कोलकाता/ ग्रेटर नोएडा (यूपी) और आर्मी इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन (केवल लड़कियों) में ग्रेटर नोएडा (यूपी) में दो अतिरिक्त सीटें प्रदान की जाएंगी। इन कॉलेजों में छात्रों को एमबीए और बीएड/बीएड स्पेशल एजुकेशन

Previous articleरक्षामंत्री राजनाथ ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत आयोजित क्लाइंब-ए-थॉन को हरी झंडी दिखाई
Next articleकोयला मंत्रालय का ‘वृक्षारोपण अभियान-2021’ आज

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here