नई दिल्ली। भारत और रूस की सेनाओं का संयुक्त युद्ध अभ्यास इंद्र का समापन समारोह 12 अगस्त को आयोजित किया गया। इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य दोनों सेनाओं को एक दूसरे की परिचालन योजना, प्रक्रियाओं, युद्ध अभ्यास और अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूहों के खिलाफ संयुक्त अभियानों के संचालन से परिचित कराना था। युद्धाभ्यास के संचालन के दौरान संयुक्त प्रशिक्षण में हिस्सा लेते हुए दोनों सेनाओं के 250 सैनिकों की दो टुकड़ियों ने बेहद उत्साह और अपने पेशेवराना अंदाज का प्रदर्शन किया। अभ्यास के अंतिम चरण के दौरान मैकेनाइज्ड फोर्सेज और विशेष दस्तों ने एकीकृत लाइव फायरिंग तथा विशेष संयुक्त अभियानों में भाग लिया, इनमें शहरी इलाकों में विद्रोहियों की निकासी का अभियान भी शामिल था। इस दौरान सैनिकों ने न केवल एक-दूसरे के संगठनों के बारे में सीखा, बल्कि संयुक्त राष्ट्र के दिशा-निर्देशों के अंतर्गत शांति अभियानों में अपनाए जा रहे विचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं का भी आदान-प्रदान किया। यह युद्ध अभ्यास बेहद सफल रहा और इस दौरान प्रशिक्षण में भाग लेकर दोनों देशों के सैनिकों को महत्वपूर्ण कार्य विधियां सीखने को मिली हैं। युद्धाभ्यास के दौरान दोनों टुकड़ियों के बीच विकसित सौहार्द निश्चित रूप से सेनाओं के बीच आपसी विश्वास को बढ़ाने में मदद करेगा। इस तरह के संयुक्त सैन्य अभ्यास का आयोजन भारत और रूस के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

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