कुल्लू। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर बूथ अध्यक्ष, बूथ पालक एवं बी एल ओ का धन्यवाद करते हुए कहा डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से हमें प्रेरणा लेने हमारा कर्तव्य है। श्यामा प्रसाद जी के जन्म और जीवन को समझना बहुत ज़रूरी है, वो कभी भी पार्टी से नहीं जुड़े बल्कि एक विचार से जुड़े थे।
उन्होंने विचार के लिए अपने आपको अनेको पार्टियों से जोड़ा और तोड़ा।
मुखर्जी 33 वर्ष की उम्र में कलकत्ता यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर बने जो कि उस समय ऐतिहासिक था।
भारत को एक जुट रखने में श्यामा प्रसाद जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। जब कांग्रेस पार्टी ने जम्मू कश्मीर को स्पेशल स्टेटस देने की बात कही थी तो मुखर्जी जी ने उस समय के प्रधामंत्री नेहरू का विरोध किया था। तब वह कांग्रेस में केंद्रीय मंत्री थे उन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए कांग्रेस से इस्तीफा दिया और जन संघ की स्थापना की।
उन्होंने धारा 370 के विरोध में नारा दिया कि एक नए दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं चलेंगे। तब जम्मू कश्मीर में जाने के लिए पास की आवश्यकता होती थी, उन्होंने इसके विरोध में बिना पास जाने की निर्णय लिया और गिरफ्तार हो गए जहाँ उनकी संगीध परिस्थितियों में मृतु हो गयी।
भाजपा के कार्यकर्ताओं की उस समय हज़ारों में संख्या थी, बाद में हमारी संख्या लाखों में हुई और आज हमारी संख्या 18 करोड़ है। आज भजापा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है।
नड्डा के कहा कि 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की साकार ने धारा 370 को धराशायी कर दिया। मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ कि गृह मंत्री के बगल में बैठकर इस काले कानून को हटाने में मत डालने का मौका मिला। यह केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छाशक्ति व अमित शाह की रणनीति का परिणाम है।
आज एक देश मे एक निशान, एक विधान और एक प्रधान है।

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