प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत और जापान के विशेष सामरिक एवं वैश्विक गठजोड़ कोविड-19 के बाद विश्व में नई प्रौद्योगिकी और समाधान विकसित करने में मदद कर सकते हैं। मोदी ने यह टिप्पणी जापान के अपने समकक्ष शिंजो आबे से बातचीत के बाद किये एक ट्वीट में की। दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे मित्र प्रधानमंत्री शिंजो आबे से कोविड-19 महामारी के बारे में सार्थक चर्चा हुई।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘भारत-जापान के विशेष सामरिक एवं वैश्विक गठजोड़ कोविड-19 के बाद विश्व में हमारे लोगों, हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनिया को नई प्रौद्योगिकी और समाधान विकसित करने में मदद पहुंचा सकते हैं।’’ जापान के प्रधानमंत्री आबे ने हाल ही में वायरस को फैलने से रोकने के लिये तोक्यो और छह अन्य क्षेत्रों में में आपात स्थित की घोषणा की थी।
आधिकारिक बयान के अनुसार, मोदी ने आज जापान के अपने समकक्ष शिंजो आबे के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने महामारी कोविड-19 के कारण उत्पन्न वैश्विक स्वास्थ्य और आर्थिक चुनौतियों पर चर्चा की। मोदी और आबे ने इस संकट से निपटने के लिए अपने-अपने देश में उठाए गए कदमों के बारे में भी चर्चा की। बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने संकट की इस घड़ी में अपने-अपने देश में मौजूद एक-दूसरे के नागरिकों को प्रदान की गई सहायता और सुविधा के लिए सराहना की और इस तरह के समन्वय को जारी रखने पर सहमति प्रकट की। इसमें कहा गया है कि, ‘‘दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति प्रकट की कि भारत-जापान साझेदारी दुनिया को इस महामारी से उत्पन्न चुनौतियों का समाधान तलाशने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।’’