ओडिशा में केन्द्रीय श्रमिक संगठन संयुक्त मंच की तरफ से 8 जनवरी 2020 को बुलाए गए भारत बंद को सफल बनाने के लिए एक तरफ जहां कांग्रेस ने पूर्ण समर्थन देने की घोषणा कर दी है तो वहीं दूसरी तरफ राज्य की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल से भी बंद को अनौपचारिक समर्थन मिलने की जानकारी मंच की तरफ से दी गई है। सरकार ने भारत बंद को ध्यान में रखते हुए बुधवार को स्कूल, कालेजों में छुट्टी घोषित कर दिया है। राज्य शिक्षा विभाग की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बुधवार को शिक्षण संस्थान बंद रखने की जानकारी दी गई है।

बंद को सफल बनाने के लिए पूरा प्रयास
सूत्रों के मुताबिक 12 सूत्री मांग को लेकर आईएनटीयूसी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीआईटीयू, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी आदि संगठन की तरफ से बुधवार को यह देशव्यापी बंद का आह्वान किया गया है। सीआईटीयू के भुवनेश्वर अध्यक्ष नवकिशोर महांती ने कहा है कि बंद को सफल बनाने के लिए पूरा प्रयास किया गया है। जहां इस बात का पता चला है कि राज्य सरकार से भी बंद का समर्थन करने के लिए हमने अनुरोध किया है। सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक यह बंद पालन किया जाएगा। आवश्यकीय सेवा को छोड़कर परिवहन सेवा को पूरी तरह से ठप कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बंद में आल ओडि़शा ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, ट्रक महासंघ, ओडि़शा आटो महासंघ भी शामिल हैं।

श्रमिकों की मांग को पूरा करने में विफल
बता दें कि केन्द्रीय श्रमिक संगठन संयुक्त मंच की तरफ से केन्द्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीति, जन विरोधी नीति तथा राष्ट्र विरोधी नीति के खिलाफ यह बंद बुलाया गया है। केन्द्र श्रम मंत्रालय श्रमिकों की मांग को पूरा करने में विफल हुआ है। वहीं यह भी कहा जा रहा हैं कि श्रमिकों की समस्या के समाधान करने की दिशा में जुलाई 2015 से अभी तक भारतीय श्रमिक सम्मेलन तकनहीं बुलाया गया है। बीपीसीएल को बेचने, बीएसएनएल एवं एमटीएनएल को मिलाने के निर्णय से 94 हजार कर्मचारियों की नियुक्ति जाने की सम्भावना है। इसके अलावा बैंकों के मिश्रण जैसे केन्द्र सरकार के निर्णय के प्रतिवाद में यूनियन ने यह बंद आमंत्रित किया गया है।

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