बीते 10 दिनों से जहां राज्य सरकारों से कहा गया है कि वह सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या भूमि विवाद को लेकर सुरक्षा के चाक-चौबंद व्यवस्था करें। वहीं डार्क वेब से पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संभावित आतंकी हमलों की सूचनाएं मिल रही हैं। कई खुफिया एजेंसियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जैश कई आतंकी वारदातों को अंजाम दे सकता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है
आतंकी हमलों को लेकर अलर्ट जारी
मिलिट्री इंटेलिजेंस, द रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने सरकार को संभावित आतंकी हमलों को लेकर अलर्ट जारी किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, यह खतरे की गंभीरता को दर्शाता है। उन्होंने कहा है कि, इनमें से हर एजेंसी व्यक्तिगत रूप से एक ही निष्कर्ष पर पहुंची है। अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है जिससे पाकिस्तान के आतंकी समूहों द्वारा आतंकी हमलों की संभावना बहुत अधिक है। दूसरे वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि, आतंकी सांप्रदायिक सौहार्द को खराब करना चाहते हैं।
पांच अगस्त से हाई अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां
आतंकियों के डार्क वेब में कोडेड संचार को जब अन्य एजेंसियों से मिलाया गया तो सुरक्षा एजेंसियां इस निष्कर्ष पर पहुंची कि संभावित हमलों से निपटने के लिए क्या तैयारियां रखी जाए। आतंकी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश को निशाना बना सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों पांच अगस्त से ही हाई अलर्ट पर हैं। इस तारीख को भारतीय संसद ने जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया गया था।