मदरलैंड संवाददाता, गोपालगंज

गोपालगंज। भोरे में जिस तरह से कोरोना अपना पैर पसार रहा है। वो एक खतरे की घंटी है। भोरे में अभी तक कोरोना संक्रमण के पांच मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें चार मामले अभी भी पॉजिटिव हैं। प्रशासन अलर्ट मोड पर है। लेकिन भोरे में ही कुछ जगहों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। भोरे प्रखंड के ललाछापर बाजार में लॉक डाउन का कोई मायने ही है। आम दिनों की तरह बाज़ार खुल रहे हैं, लोग आ रहे है। ना तो सोशल डिस्टेंसिंग और ना ही सुरक्षा ऐसे शब्द तो मानों की इनके लिए बने ही नहीं हैंं। लाला छापर फिलहाल बफर जोन में है, अभी कुछ दिनों पहले तक ये कंटेनमेंट जोन में था। लेकिन इसके बावजूद भी यहां बाज़ार आम दिनों की तरह ही खुल रहे हैं। सामान बेचने वाले हों या फिर खरीददारी करने वाले, किसी के लिए लॉक डाउन कोई मतलब ही नहीं है। बिहार सरकार ने मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। लेकिन इस बाज़ार में मास्क में कम ही लोग दिखते है। आप इस तस्वीर को देख कर अंदाजा लगा सकते हैं कि इस बाज़ार में सिर्फ सब्जी राशन ही नहीं बल्कि भूंजा और पकौड़े के दुकान भी खुले हैं। आम दिनों की तरह ही पान से लेकर खैनी तक इस बाज़ार में उपलब्ध है। ऐसे में लोग सिर्फ अपने जान को ही खतरे में नहीं डाल रहे, साथ साथ अपने परिवार और समाज के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।

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