राजगढ़ । उप अधीक्षक महेंद्र मीणा ने राजगढ़ रेफरल चिकित्सालय मैं स्थित चिकित्सा प्रभारी डॉ जेपी मीणा के आवास पर डॉक्टर द्वारा स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनाने की एवज में ₹500 की रिश्वत को लेकर कार्रवाई करते हुए चिकित्सा प्रभारी डॉ जीपी मीणा को गिरफ्तार कर लिया। उप अधीक्षक महेंद्र मीणा ने मीडिया को बताया कि परिवादी गोविंद सिंह पुत्र विजेंद्र सिंह जाति राजपूत निवासी ग्राम ढिगावडा जो पुलिस थाना राजगढ़ जिला अलवर हाल पैसा कंप्यूटर ऑपरेटर एचपी गैस कंपनी फेस टू मायापुरी दिल्ली में कार्यालय भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अलवर प्रथम अलवर पर उपस्थित होकर उप अधीक्षक पुलिस महेंद्र कुमार मीणा के समक्ष लिखित शिकायत पेश कर बताया कि वर्तमान में एचपी गैस कंपनी फेस टू मायापुरी दिल्ली में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्य करता हूं । मैं अपनी बहन की शादी में आया था। 13 दिसंबर को मेरे स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण मैंने दिनांक 14 दिसंबर को राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में जा कर वहां पर कार्यरत डॉक्टर गिर्राज प्रसाद मीणा से दिखाकर उन से ईलाज करवाना शुरू किया था तथा वर्तमान समय तक उन से ईलाज करवा रहा हूं । मैं 21 दिसंबर सुबह डॉक्टर गिर्राज प्रसाद मीणा के पास दिखाने हेतु गया तब मैंने उसे दिनांक 14 दिसंबर से 22 दिसंबर तक मेडिकल सर्टिफिकेट देने हेतु निवेदन किया। तो उन्होंने रोग आरोप प्रमाण पत्र देने के एवज में ₹500 देने हेतु कहा। विभाग द्वारा जिस पर दिनांक 21 दिसंबर को रिश्वत की मांग का सत्यापन करवाने पर डॉक्टर गिर्राज प्रसाद मीणा वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी जो राजगढ़ कार्यरत है द्वारा ₹500 की राशि 24 दिसंबर को लेकर रोग आरोप प्रमाण पत्र देने की पुष्टि हुई।
उन्होंने बताया कि जिस पर आज दिनांक 24 दिसंबर गुरुवार को अग्रिम कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर गिर्राज प्रसाद मीणा राजगढ़ द्वारा राजकीय आवास पर गोविंद सिंह से उसका रोग आरोप प्रमाण पत्र जारी करते हुए ₹500 की रिश्वत राशि लेने पर रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। डॉक्टर की पहनी हुई पेंट की जेब में रखे ₹500 की बरामद की गई। डॉक्टर गिर्राज प्रसाद मीणा वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी जो वर्तमान में राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजगढ़ में प्रभारी पद पर भी कार्यरत है समाचार लिखे जाने तक डॉ जीपी मीणा के सरकारी आवास पर कार्रवाई जारी है।
उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई की सूचना कस्बा सहित आसपास क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और सैकड़ों लोग हॉस्पिटल कार्रवाई देखने के लिए एकत्रित हो गए यह भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई डॉक्टर के सरकारी क्वार्टर तथा उनके निजी आवास पर भी एक साथ की गई