बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में अयोध्या से सटी सीमा के विक्रमजोत क्षेत्र के 30 गांव में सूर्यवंश परिवार के लोग रहते हैं जिन्होंने करीब पांच सौ साल पहले जब अयोध्या में श्री राम मंदिर को तोड़ा गया था उसी समय सूर्यवंशी ठाकुरों ने प्रतिज्ञा की थी कि पुनः राम मंदिर बनने पर ही इस वंश के लोग पगड़ी बांधेंगे और चमड़े का जूता पहनेंगे। सूर्यवंश परिवार के क्षत्रिय टिकरिया ग्राम निवासी विजयपाल सिंह ने आज यहां कहा कि अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर को लगभग 500 वर्ष पूर्व जब तोड़ा गया था। उस समय सूर्यवंशियों ने प्रतिज्ञा की थी कि जब पुनः श्री राम मंदिर का निर्माण होगा तभी वह सिर पर पगड़ी बांधेंगे और पैर में चमड़े का जूता पहनेंगे। उन्होंने कहा कि तब से सूर्यवंशी क्षत्रिय इस प्रतिज्ञा का पालन करते चले आ रहे हैं। अब अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन शिलान्यास हो जाने के बाद सूर्यवंश परिवार के हजारों क्षत्रिय फिर सिर पर पगड़ी बांधेंगे और चमड़े का जूता पैर में पहनेंगे। विजय पाल सिंह ने कहा है कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन और शिलान्यास से देश का गौरव पूरे विश्व में बड़ा है इसके साथ ही सूर्यवंशी परिवार की गौरव गरिमा वापस लौट आई है।