रांची। झारखंड में सरकार गिराने की साजिश के मामले में शुरुआती साक्ष्यों पर विपक्ष के नेता और परिजन सवाल उठाने लगे हैं। विधायक की खरीद में महज दो लाख की बरामदगी की बात भी नहीं पच रही है। शनिवार को तीनों आरोपियों अभिषेक, अमित और निवारण के परिजन जेल भेजे जाने के बाद कोतवाली थाना पहुंचे। निवारण के चचेरे भाई ने बताया कि उसका भाई बोकारो के डुंडीबाग बाजार में फल का ठेला लगाता है। उसका राजनीति से कोई वास्ता नहीं है। गुरुवार की रात बोकारो पुलिस रात एक बजे घर आयी और पूछताछ के लिए ले गयी। निवारण के भाई ने बताया है कि शुक्रवार की सुबह वह थाना गए तब बोले कि जांच चल रही है, रिपोर्ट नहीं आयी है। वहीं गिरफ्तार अमित सिंह के पिता मदन सिंह ने बताया कि अमित बोकारो में बीएसएल में ठेका मजदूर है। मदन सिंह ने बताया कि तीन दिन पहले उनके बोकारो सेक्टर दो स्थित क्वार्टर में पुलिस आयी और उठाकर ले आयी। इधर, रांची के अभिषेक दुबे की बहन भावना के मुताबिक, अभिषेक छोटी-मोटी ठेकेदारी ठेका का काम करता था। लेकिन अब वह राशन दुकान पर बैठता है। अभिषेक के परिजनों के मुताबिक, किसी विधायक के साथ वह हाल में दिल्ली गया था। लेकिन विधायकों की खरीद-फरोख्त जैसे मामलों से अभिषेक का कोई जुड़ाव नहीं है।

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