दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के आयोजन में शामिल होकर लखनऊ आए लोगों की तलाश में पुलिस और प्रशासन ने कई इलाकों में मस्जिद और मदरसों में तलाशी की। इस दौरान विदेशों से आये लोगों के बारे में पता किया गया है। पुलिस-प्रशासन ने करीब 125 लोगों को चिन्हित किया और इनकी स्वास्थ्य विभाग की टीम से जांच करायी, फिर इन्हें क्वारंटीन करा दिया गया। इनमें गोमती नगर में 9, राजाजीपुरम में 12, कैसरबाग में 14 समेत 35 लोग जमात के मिले।

ये सभी दिल्ली में मार्च में हुए आयोजन में शामिल हुए थे। इनमे से अधिकतर की जांच रिपोट आ गई जिसके अनुसार ये लोग कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं है। बाकी की रिपोर्ट केजीएमयू शुक्रवार सुबह तक देगा। पुलिस अफसरों ने बताया कि इतना हल्ला मचने के बाद भी दिल्ली के आयोजन में शामिल जो लोग खुद से सामने नहीं आये, उनके खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करायी जायेगी।

यूपी में हड़कम्प
निजामुद्दीन का प्रकरण सामने आने के बाद यूपी में हड़कम्प मच गया था। इसके बाद ही शुरू हुई तलाशी तीसरे दिन भी जारी रही। गुरुवार को पुलिस और प्रशासन की एक टीम कैसरबाग पहुची। यहां एक मस्जिद और एक मकान में जमात से जुड़े 14 लोग रह रहे थे। ये लोग जयपुर में जमात के एक छोटे आयोजन में शामिल होकर 12 फरवरी को लौटे थे। जयपुर में ये कुछ विदेशियों के सम्पर्क में रहे थे। लिहाजा पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। कुछ देर में ही स्वास्थ्य विभाग की टीम इन सभी को लेकर केजीएमयू चली गई। वहां इनके नमूनों की जांच करायी गई। फिलहाल इन्हें क्वारंटीन कर दिया गया है। यहां पर पीर बक्का मस्जिद में कुछ लोगों के छिपे होने की सूचना पुलिस को दी गई।

इस पर इंस्पेक्टर धनंजय सिंह टीम के साथ वहां पहुंचे। धनंजय सिंह के मुताबिक मस्जिद के मौलवी समेत 12 लोग मिले हैं। ये सभी जमाती मरकज के सदस्य हैं। इनमें एक हरिद्वार का है और बाकी सहारनपुर के हैं। इन लोगों ने पुलिस को बताया कि वे लोग आठ मार्च को अपने घरों से चले थे। नौ मार्च को दिल्ली में बंजारा पुल मस्जिद होते हुए निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने गए। 11 मार्च को लखनऊ लौटे और तब से इस मस्जिद में रह रहे थे। पुलिस ने रुकने की वजह पूछी, तो लोगों ने कहा कि लॉक डाउन की वजह से नहीं जा सके। यहां सीएमओ भी मौके पर पहुंचे। सभी की थर्मल स्क्रीनिंग करायी गई जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आयी। स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी को बलरामपुर अस्पताल में क्वारंटीन कर दिया है।

गोमती नगर इंस्पेक्टर धीरज कुमार सिंह का कहना है कि उजरियांव स्थित दादा मिंया की मस्जिद में नौ लोग मिले। ये लोग दिल्ली में जमात से जुड़े हैं और दिल्ली में आयोजन में शामिल होकर पहले अमीनाबाद स्थित एक मस्जिद में लौटे। फिर वहां से 24 मार्च को उजरियांव की इस मस्जिद में आकर रहने लगे। इन सभी के नमूनों की जांच करायी गई है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें बीकेटी में एक स्कूल में क्वारंटीन करा दिया। मस्जिद के अलावा जमात से जुड़े दर्जनों लोग अलग अलग इलाकों में स्थित मदरसों में भी मिले। पुलिस अफसरों ने बताया कि शाम तक करीब 125 लोग तक आंकड़ा पहुंच गया था। हालांकि इनमें किसी में भी अभी तक कोरोना के लक्षण नहीं मिले हैं। सभी को क्वारंटीन करा दिया गया है। जमात से जुड़े लोगों की तलाश में शुक्रवार को भी कई जगह तलाशी ली जायेगी।

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