कोरोना वायरस की महामारी के चलते देश में लॉकडाउन लागू किया गया है। लॉकडाउन के चलते राज्यों की सीमाएं सील हैं। न बसों का परिचालन हो रहा है, ना ही ट्रेन चल रही हैं। ऐसे में रोजी-रोटी की तलाश में अन्य राज्यों को कूच करने वाले मजदूर विभिन्न राज्यों में ही फंस गए हैं। राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को वापस अपने प्रदेश बुलाने के बाद राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार अब अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को भी वापस लाने के काम में लग गई है।
मुख्यमंत्री कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी गई है कि लॉकडाउन के चलते पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में फंसे प्रदेश के मजदूरों को वापस यूपी लाया जाएगा। इसके लिए 29 अप्रैल से प्रक्रिया आरंभ कर दी जाएगी। इससे पहले योगी सरकार ने हरियाणा में फंसे मजदूरों को भी वापस बुला लिया था। हरियाणा से प्रवासी श्रमिकों को वापस प्रदेश लाने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
इसके साथ ही ट्वीट में यह भी बताया गया है कि प्रयागराज में रहकर अलग-अलग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले तक़रीबन 10 हजार छात्र-छात्राओं को उनके घर भेजा जा रहा है। आपको बता दें कि प्रयागराज से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को उनके गांव-घर पहुंचाने के लिए 300 से ज्यादा बसें लगाई गई हैं। इन बसों से जाने के इच्छुक स्टूडेंट्स को अपने विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, शिक्षण संस्थान, कोचिंग संस्थान की तरफ से जारी फोटोयुक्त पहचान पत्र और पिछले दो वर्ष में हुई किसी प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग करने के प्रमाण के रूप में प्रवेश पत्र लाना होगा।