महाराष्ट्र में किसकी सरकार बनेगी ये अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना के बीच जमकर जुबानी तीर चल रहे हैं। इस बीच भाजपा की नई रणनीति प्रकाश में आई है। बातचीत आरंभ करने के लिए भाजपा फिलहाल शिवसेना की तरफ देख रही है। वह इसके लिए शिवसेना की प्रतीक्षा करेगी। पार्टी को उम्मीद है कि 4 और 5 नवंबर के बाद शिवसेना फिर से बातचीत आरंभ करेगी, क्योंकि तब तक कांग्रेस और एनसीपी भी अपना रुख स्पष्ट कर चुकी होंगी।
भाजपा ने फिलहाल अपनी रणनीति तो बना ली है, किन्तु इस बीच शिवसेना और एनसीपी के बीच भी खिचड़ी पक रही है। शिवसेना नेता संजय राउत का ताजा बयान भाजपा की दिक्कतें बढ़ा सकता है। संजय राउत ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा किया है। राउत ने कहा है कि हमारे पास सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा है। अभी हमें 170 विधायकों का समर्थन हासिल है, जो 175 तक पहुंच सकता है।
बता दें कि, शिवसेना के 56 MLA हैं, जबकि कांग्रेस के पास 44 और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के पास 54 MLA हैं, वहीं, निर्दलीय विधायकों की संख्या एक दर्जन से अधिक है। यदि ये सभी पार्टियां एक साथ आती हैं तो ये आंकड़ा 170 के पास पहुंचता है।