कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह जूझ रहे भारत में पिछले दिनों प्लाज्मा थेरेपी (Plazma Therepy) ने उम्मीद की किरण दिखाई थी किन्तु अब महाराष्ट्र से एक ऐसी खबर आई है जिसने डॉक्टर-सरकार, सभी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। दरअसल, महाराष्ट्र में प्लाज्मा थेरेपी लेने वाले पहले कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई है।
53 वर्षीय इस मरीज ने मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल (Leelawati Hospital) में 29 अप्रैल को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था। मरीज बीते कई दिनों से वेंटिलेटर पर था और उसे चार दिन पहले प्लाज्मा थेरेपी दी गई थी। कोरोना से स्वस्थ हुए मरीज का प्लाज्मा लेकर संक्रमित मरीज को 200 एमएल का डोज दिया गया था। अस्पताल से सम्बंधित सूत्रों का कहना है कि मरीज 10 दिन पहले भर्ती हुआ था और उसकी हालत बेहद नाजुक थी। तमाम तरह के उपाय किए जाने के बाद भी कुछ असर नहीं हुआ, तो उसे प्लाज्मा थेरेपी दी गई।
वहीं, महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा है कि ICMR की स्वीकृति के बाद कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी का प्रयोग के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि प्लाज्मा थेरेपी से मरीज के स्वस्थ होने का अब तक ठोस प्रमाण सामने नहीं आया है और इसे प्रायोगिक तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है।