नई दिल्ली। पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। वहीं, कर्नाटक तट के पास पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना है। जबकि जम्मू-कश्मीर और आस-पास के क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय है। मौसम विभाग के अनुसार एक ट्रफ रेखा महाराष्ट्र से केरल तट तक फैली हुई है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश को कवर करने के साथ महाराष्ट्र के नजदीक पहुंच गया है। महाराष्ट्र के मुंबई सहित कई इलाकों में देर रात मौसम ने करवट ली और कई इलाकों में बारिश हुई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 11 जुलाई तक प्रदेश में मॉनसून के दस्तक देने की उम्मीद है, लेकिन राज्य के कई शहरों में मॉनसूनी गतिविधियां तेज हो गई हैं। जिसकी वजह से हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। जबकि राजधानी में कल यानी 7-8 जून को अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।इसके साथ ही छुटपुट बारिश हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश के अधिकांश जिलों में मॉनसून पूर्व की गतिविधियां तेज हो गई हैं। भोपाल, सागर, जबलपुर, होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल, इंदौर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में 10-11 जून को एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके आगे बढ़ने के साथ ही दक्षिण-पश्चिम मॉनसून को और ऊर्जा मिलेगी। इसके प्रभाव से झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ क्षेत्र में बरसात का दौर शुरू दौर जाएगा।

Previous articleअभिनेता पर्ल के सपोर्ट में आई एकता कूपर, कहा उसकी बेगुनाही के मेरे पर सबूत
Next articleमंत्री गंगवार ने कोविड-19 के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here