भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शिवसेना के इस दावे को खारिज कर दिया है कि सत्ता गठन को लेकर 50-50 जैसे किसी फार्मूले की बात हुई थी। अमित शाह ने कहा कि, ‘चुनावों से पहले पीएम नरेंद्र मोदी और मैंने सार्वजनिक रूप से कई बार कहा था कि यदि गठबंधन जीतता है तो देवेंद्र फडनवीस CM होंगे। किसी ने भी आपत्ति नहीं जताई। शाह ने कहा कि शिवसेना की कुछ मांगे ऐसी थी जिसे मंजूर नहीं किया जा सकता था।
गवर्नर ने संविधान के नियमों के साथ नहीं की छेड़छाड़
अमित शाह ने गवर्नर के कदम का बचाव किया। उन्होंने कहा कि गवर्नर महोदय ने जरा सा भी संविधान को तोड़ने मरोड़ने का कोई प्रयास नहीं किया है। अमित शाह ने कहा कि NCP ने साढ़े 11 से 12 बजे के बीच में पत्र भेजकर अपनी असमर्थता जता दी थी, कि आज शाम साढ़े 8:30 बजे तक हम सरकार का गठन नहीं कर सकते। इसके बाद रुकने की कोई आवश्यकता ही नहीं। शाह ने कहा कि इस मामले में जल्दबाजी नहीं की गई है।
विधानसभा कार्यकाल खत्म होने के बाद ही गवर्नर ने सभी पार्टियों को बुलाया…
उन्होंने आगे कहा कि 18 दिन का वक़्त दिया गया था। गवर्नर ने सभी पार्टियों को तभी बुलाया जब विधानसभा का कार्यकाल ख़त्म हो गया। उन्होंने कहा कि न तो शिवेसना, कांग्रेस, एनसीपी और न हमने सरकार के गठन का दावा पेश किया, यदि आज भी किसी दल के पास नंबर है तो वो गवर्नर के पास जा सकता है।