मास्को। बच्चों के लिए मां स्नेह का सबसे बड़ी मिसाल होती है, पर वह ही क्रूरता की हदे पार करने लगे तो उसे मां कहलाने का हक नहीं है। रूस की एक मां ने जो किया उसे सुनकर आपका विश्वास इस कहावत से उठ जाएगा। एल्प्रिका रेने नाम की इस मां ने खुद की 6 साल की बेटी पर कुछ यूं जुल्म ढाए कि बच्ची बोलना और चलना तक भूल गई। जिस उम्र में मां अपने बच्चों को सीने से लगाए घूमती है, उस उम्र में बेरहम मां ने अपनी बेटी को 19 बिल्लियों के हवाले कर दिया। बच्ची 3 साल तक बिना खिड़की के अंधेरे कमरे में इन्हीं बिल्लियों के बीच रही। उसे खाने के लिए भी कैट फूड ही मिलता था और मां खुद उसे देखने भी नहीं आती थी। बच्ची जैसे-तैसे 3 साल तक ज़िंदा रही।
बेटी की उम्र 3 साल रही होगी, जब मॉस्को के पास टैल्डम में रहने वाली एल्प्रिका ने अपनी बेटी को बिल्लियों के हवाले कर दिया। 35 साल की मां खुद अपनी बड़ी बेटी के साथ दूसरे स्मार्ट होम में रहती थी, जबकि छोटी बेटी को अंधेरे कमरे में जानवरों के साथ रखती थी। बच्ची को वही खाना मिलता था, जो बिल्लियां खाती थीं। जब उसे पुलिस अधिकारियों ने छुड़ाया, तो बच्ची इंसानों की भाषा नहीं समझती थी, बल्कि बिल्लियों के बुलाने पर ही कहीं जाती थी। वो उन्हीं की तरह चार पैरों पर चल रही थी अपना नाम किटी किटी समझ रही थी। रेने खुद 8-10 दिनों में एक बार उस जगह पर गंदगी साफ करने जाती थी।
जब एल्प्रिको से पूछा गया कि उसने अपनी बेटी के साथ ऐसा क्यों किया? इस सवाल के जवाब में मां ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा कि उसने बेटी से स्वभाव में 3 साल की उम्र में ही अजीब बदलाव देखा था, जिसके बाद उसने बच्ची को बिल्लियों के साथ अंधेरे कमरे में बंद कर दिया, जबकि अपनी बड़ी बेटी को अपने साथ रखा। इस रहस्य का खुलासा तब हुआ जब पुलिस अधिकारियों ने बिल्लियों को खाना देने वाले एक बुजुर्ग को उस घर में जाते और निकलते देखा। ये आदमी ही बेरहम मां का गॉडफादर था, जिसने बच्ची पर जुल्म करने से उसे नहीं रोका। बच्ची अब तक खुद को बिल्ली ही समझ रही है और उन्हीं की आवाज़ पर प्रतिक्रिया देती है।