मदरलैंड संवाददाता, गोपालगंज।
गोपालगंज। माहे रमजान का चांद चांद दिखने के बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने एक दूसरे को रमजान मुबारकबाद दी। इफ्तार और सहरी के वक्त लॉक डाउन लागू होने की वजह से इस बार रौनक और चहलपहल देखने को नहीं मिलेगा। रमजाम के महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग बहुत ही श्रद्धा के साथ रोजा रखकर इबादत करते हैं और खास तौर पर सामुहिक रूप से मस्जिदों में तरावीह की नमाज अदा करते हैं। लेकिन लॉकडाउन लागू होने के बाद ही मस्जिदों में सामुहिक रूप से नमाज पढ़ने पर सरकार की तरफ से पाबंदी लगा दिया गया है। जिस वजह से इस बार सामुहिक रूप से न तो मस्जिदों में इफ्तार पार्टी होगी और न ही नमाज पढ़ी जाएगी। ऐसे में मस्जिदों में सख्ती से सोशल डिस्टेन्स का पालन कराने के लिए गोपालगंज के मस्जिदों में लाउडस्पीकर के जरिए मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपने अपने घरों में नमाज पढ़ने के लिए अपील किया गया। रमजान का महीना पाक मुबारक महीना है। इसमें इबादत के अलावा गरीब मुफ़लिस लोगों की मदद करें। इस पाक महीने की कई फजीलते है। अल्लाह 1 नेकी के बदले 70 गुना देता है। वहीं डिएम अरशद अज़ीज़ ने सभी जिले वासियों को माहे रमजान की मुबारकबाद दी। साथ ही उन्होंने अपील करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों से कहा है कि रमजान के महीने में सरकार के द्वारा जारी गाइड लाइन के मुताबिक घरों में ही इफ्तार करें इसके साथ ही सूरह तरावीह की नमाज के साथ साथ पांच वक्त का नमाज भी घरों पर ही पढ़े क्योंकि कोरोना महामारी के रूप में पैर पसार रहा है ऐसे में मस्जिदों में न जाकर घर मे इबादत करे साथ ही सरकार की गाइडलाइन का पालन करें।