नई दिल्ली। कोरोना की वैक्सीन पर दुनिया भर में रिसर्च चल रहे हैं। मिक्स एंड मैच वैक्सीन पर हुई एक नई स्टडी में दावा किया गया है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की डबल डोज देने के बाद बूस्टर के तौर अगर कोई दूसरी वैक्सीन दें, तब इससे इम्यून रिस्पॉन्स और मजबूत हो सकता है।वैज्ञानिक का कहना है कि ‘मिक्स एंड मैच वैक्सीन से कोरोना के खिलाफ अतिरिक्त सुरक्षा मिल सकती है।
स्टडी के नतीजों के अनुसार जिन लोगों ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पहले ली और चार हफ्तों के बाद फाइजर डोज ली उन लोगों में एंटीबॉडी नौ गुना ज्यादा मिली। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन भारत में कोविशील्ड के नाम से दी जा रही है।
वहीं जिन वॉलंटियर्स ने फाइजर की वैक्सीन पहले ली और दूसरी डोज में एस्ट्राजेनेका ली उन लोगों में दोनों डोज ऑक्सफोर्ड की लेने वालों की तुलना में एंटीबॉडी का स्तर पांच गुना ज्यादा मिला। फाइजर की दो डोज भी एंटीबॉडी लेवल स्तर बहुत बढ़ाती है लेकिन टी सेल रिस्पॉन्स उन लोगों में ज्यादा पाया गया जिन्होंने दोनों डोज अलग-अलग वैक्सीन की ली थी। आने वाले ठंड के मौसम में जब तीसरी डोज यानी बूस्टर दी जानी हो, तब ये स्टडी के डेटा बहुत काम आ सकते हैं। इससे हमें ये पता चल सकता है कि हमें किस वैक्सीन के साथ कौन सी दूसरी वैक्सीन मिक्स करनी चाहिए।