नई दिल्ली। थाने की फर्जी मुहर तैयार कर शस्त्र लाइसेंस का नवीनीकरण कराने के आरोपित मुख्तार अंसारी के करीबी मेराज को पुलिस नहीं ढूंढ सकी है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने शनिवार शाम उसके भाई सेराज को गिरफ्तार कर लिया। जैतपुरा पुलिस के मुताबिक सेराज ने मेराज की भगाने में मदद की और उसे संरक्षण दिया था। सेराज प्रयागराज के सरायनाइक थाने पर सिपाही है। जैतपुरा पुलिस ने 5 सितंबर की रात वाराणसी के अशोक विहार फेज-1 कॉलोनी निवासी मेराज अहमद पर शस्त्र लाइसेंस के नवीनीकरण में फर्जीवाड़ा करने पर धोखाधड़ी में मुकदमा दर्ज किया था। इसके बाद से मेराज फरार चल रहा है। मेराज की गिरफ्तारी के लिए जिले में पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में उसके नजदीकियों के यहां छापेमारी की। पुलिस मेराज के घर पर उसके खिलाफ कोर्ट के आदेश पर कुर्की की कार्रवाई के लिए नोटिस चस्पा करने पहुंची। जैतपुरा इंस्पेक्टर शशिभूषण राय ने बताया कि वहां उसका भाई सेराज मिल गया। तफ्तीश में पता चला कि सेराज ने मेराज को भगाने में सहयोग किया था। उसे संरक्षण भी दिया था। इस पर सेराज के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी की सूचना प्रयागराज पुलिस को भी दे दी गई है।