मदरलैंड संवाददाता,

  • भविष्य की चुनौतियों को देखते हुये राज्य के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाय तथा इसका विस्तार भी किया जाय- मुख्यमंत्री
  • मुख्यमंत्री का निर्देष:- बाहर से आ रहे लोगों की अधिक से अधिक संख्या में जाॅच करायी जाय। टेस्टिंग कैपेसिटी को बढ़ाने के लिये सभी जरूरी कदम शीघ्र उठायें।
  • बाहर से आये श्रमिकों की पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर डोर टू डोर विस्तृत स्क्रीनिंग उपयुक्त टीम के माध्यम से करायी जाय। स्क्रीनिंग टीम के साथ स्किल सर्वे के कार्य करने वाले लोग भी रहें ताकि श्रमिक से संबंधित पूरी जानकारी मिल सके।
  • भविष्य में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आषंका को देखते हुये सभी तैयारियां पूर्व में ही कर लें। अगर सभी तैयारियां पहले से रहेंगी तो हमलोग कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में सफल होंगे।
  • लोगों को कोरोना संक्रमण के संबंध में लागातार जागरूक करने की आवष्यकता है। लोग कोरोना संक्रमण से घबरायें नहीं, धैर्य रखें, सचेत रहें और सतर्क रहें। जो लोग क्वारंटाइन सेंटर पर क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर या अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा रहे हैं, उनके प्रति सकारात्मक रहें।
  • सेफ्टी इक्यूपमेंट्स, टेस्टिंग किट्स, आॅक्सीजन सिलेण्डर आदि पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रहें, इसे सुनिष्चित करने के लिये सभी अनिवार्य कदम उठायें। वेंटीलेटरों की भी संख्या बढ़ायें। इसके लिये मार्च से ही निर्देष दिया जा रहा है। संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुये आवष्यक दवाओं, उपकरणों आदि की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता के लिये अग्रिम तैयारी रखें।
  • प्राइवेट सेक्टर में भी कोरोना संक्रमण की जाॅच की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु समुचित कार्रवाई करना चाहिये।
  • क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों की नियमित हेल्थ स्क्रीनिंग की जाय। उनमें बीमारी के लक्षणों की सतत निगरानी हो।
  • सभी जिलों में आइसोलेषन बेड्स की संख्या पूर्ण तैयारी के साथ बढ़ाने की आवष्यकता है। साथ ही डेडीकेटेड अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाते हुये पूरी तैयारी रखी जाय।
  • राज्य सरकार द्वारा बड़ी संख्या में सरकारी भवनों का निर्माण किया गया है। वैसे सरकारी भवन जो कार्यरत नहीं हैं वहां आईसोलेषन सेंटर बनाये जा सकते हैं। इसके अलावा निजी व्यवसायिक भवनों एवं होटलों में भी आइसोलेषन केन्द्र बनाये जा सकते हैं।
  • मुंह एवं नाक को ढकने के लिये मास्क का सदैव उपयोग करें। सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करें, क्योंकि कोरोना संक्रमण से बचाव का यही प्रभावी उपाय है।
  • हीट वेव से प्रभावित होने वाले जिले पूरी तरह अलर्ट पर रहें। इस संबंध में पिछली बार दिये गये निर्देषों का अनुपालन करें तथा अस्पतालों में हीट वेव से प्रभावित लोगों के इलाज के लिये चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ रखें। हीट वेव से बचाव के लिये लोगों को जागरूक करते रहें।
  • बढ़ती गर्मी को देखते हुये ए0ई0एस0 से प्रभावित जिलों में प्रोटोकाॅल के अनुसार इलाज हेतु सुदृढ़ व्यवस्था रखें। लोगों को जागरूक करने पर विषेष ध्यान दें। जापानी इंसेफ्लाइटिस के वैक्सीनेषन कार्य पर भी विषेष ध्यान दें।
  • पिछले वर्ष ए0ई0एस0 प्रभावित मुजफ्फरपुर के पाॅच प्रखण्डों में सोषियो इकोनाॅमिक सर्वे के आधार पर जो कार्य किये गये थे, उसे ए0ई0एस0 प्रभावित सभी प्रखण्डों में क्रियान्वित किया जाना चाहिये, इस पर विचार कर समुचित कार्रवाई की जाय।

पटना, 27 मई 2020:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में कोविड-19 की अद्यतन स्थिति के संबंध में स्वास्थ्य विभाग के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव श्री उदय सिंह कुमावत ने कोविड-19 की अद्यतन स्थिति की जानकारी एवं उससे बचाव के लिए की जा रही तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने चिकित्सकीय उपकरण, एन0-95 मास्क, आर0एन0ए0 एक्स्ट्रैक्शन किट, दवा की उपलब्धता एवं टेस्टिंग कैपेसिटी, आइसोलेषन वार्ड आदि की विस्तृत जानकारी दी।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य की चुनौतियों को देखते हुये राज्य के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाय तथा इसका विस्तार भी किया जाय। भविष्य में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आषंका को देखते हुये सभी तैयारियां पूर्व में ही कर लें। उन्होंने कहा कि अगर सभी तैयारियां पहले से रहेंगी तो हमलोग कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में सफल होंगे।
मुख्यमंत्री ने निर्देष देते हुये कहा कि बाहर से आ रहे लोगों की अधिक से अधिक संख्या में जाॅच करायी जाय। टेस्टिंग कैपेसिटी को और बढ़ाना होगा, इसके लिये सभी जरूरी कदम शीघ्र उठायें। उन्होंने कहा कि बाहर से आये श्रमिकों की पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर डोर टू डोर विस्तृत स्क्रीनिंग उपयुक्त टीम के माध्यम से करायी जाय। स्क्रीनिंग टीम के साथ स्किल सर्वे के कार्य करने वाले लोग भी रहें ताकि श्रमिक से संबंधित पूरी जानकारी मिल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोगों की सुरक्षा हमारा दायित्व है। बाहर से आ रहे लोगों जिन्हें काफी तकलीफ झेलनी पड़ी है, उनकी हिफाजत हम सबों को करनी है। इसके लिए पूरी तैयारी रखें।
मुख्यमंत्री ने निर्देष दिया कि सेफ्टी इक्यूपमेंट्स, टेस्टिंग किट्स, आॅक्सीजन सिलेण्डर आदि पर्याप्त संख्या में उपलब्ध रहें। इसकी उपलब्धता सुनिष्चित करने के लिये सभी अनिवार्य कदम उठायें। उन्होंने कहा कि वेंटीलेटरों की भी संख्या बढ़ायें, जिसके लिये मार्च से ही निर्देष दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण की बढ़ती संख्या को देखते हुये आवष्यक दवाओं, उपकरणों आदि की पर्याप्त संख्या में उपलब्धता के लिये अग्रिम तैयारी रखें। उन्होंने कहा कि प्राइवेट सेक्टर में भी कोरोना संक्रमण की जाॅच की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु समुचित कार्रवाई करना चाहिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में आइसोलेषन बेड्स की संख्या पूर्ण तैयारी के साथ बढ़ाने की आवष्यकता है। साथ ही डेडीकेटेड अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाते हुये पूरी तैयारी रखी जाय। राज्य सरकार द्वारा बड़ी संख्या में सरकारी भवनों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि वैसे सरकारी भवन जो कार्यरत नहीं हैं वहां आइसोलेषन सेंटर बनाये जा सकते हैं। इसके अलावा निजी व्यवसायिक भवनों एवं होटलों में भी आइसोलेषन केन्द्र बनाये जा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों की नियमित हेल्थ स्क्रीनिंग की जाय। साथ ही वहाॅ रह रहे लोगों में बीमारी के लक्षणों की सतत निगरानी भी हो। उन्होंने लोगों से अपील की कि जो लोग क्वारंटाइन सेंटर पर क्वारंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर या अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर जा रहे हैं, उनके प्रति सकारात्मक रहें।
मुख्यमंत्री ने निर्देष देते हुये कहा कि हीट वेव से प्रभावित होने वाले जिले पूरी तरह अलर्ट पर रहें। इस संबंध में पिछली बार दिये गये निर्देषों का अनुपालन करें तथा अस्पतालों में हीट वेव से प्रभावित लोगों के इलाज के लिये चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ रखें। उन्होंने कहा कि हीट वेव से बचाव के लिये लोगों को जागरूक करते रहें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बढ़ती गर्मी को देखते हुये ए0ई0एस0 से प्रभावित जिलों में प्रोटोकाॅल के अनुसार इलाज हेतु सुदृढ़ व्यवस्था रखें, साथ ही लोगों को जागरूक करने पर विषेष ध्यान दें। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष ए0ई0एस0 प्रभावित मुजफ्फरपुर के पाॅच प्रखण्डों में सोषियो इकोनाॅमिक सर्वे के आधार पर जो कार्य किये गये थे, उसे ए0ई0एस0 प्रभावित सभी प्रखण्डों में क्रियान्वित किया जाना चाहिये, इस पर विचार कर समुचित कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि जापानी इंसेफ्लाइटिस के वैक्सीनेषन कार्य पर भी विषेष ध्यान दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को कोरोना संक्रमण के संबंध में लगातार जागरूक करने की आवष्यकता है। लोग कोरोना संक्रमण से घबरायें नहीं, धैर्य रखें, सचेत रहें और सतर्क रहें। मुंह एवं नाक को ढकने के लिये मास्क का सदैव उपयोग करें। सोषल डिस्टेंसिंग का पालन करें, क्योंकि कोरोना संक्रमण से बचाव का यही प्रभावी उपाय है।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव श्री उदय सिंह कुमावत, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री लोकेश कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह एवं बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक श्री मनोज कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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