मदरलैंड संवाददाता,
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। कोरोना पर बेहतर काम के बावजूद विपक्ष की लगातार आलोचना पर मुख्यमंत्री के तेवर तल्ख नजर आए। मजदूरों से किराया पर किरकिरी के बाद जदयू ने अपने नेताओं की क्लास लगाई है।
मुख्यमंत्री ने प्रवक्ताओं को सरकार और पार्टी का पक्ष मजबूती से रखने और विपक्ष को करारा जवाब देने की नसीहत दी है इतना ही नहीं सरकार के कामकाज और उपलब्धियों को मीडिया के समक्ष भी मजबूती से रखने की सलाह दी गई है। ऐसा न करने वाले प्रवक्ताओं को साइडलाइन भी किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कोरोना पर अन्य राज्यों से बेहतर काम हुआ है। यहां कोरोना को कंट्रोल करने के लिए उठाए गए उपाय का ही असर है कि यहां मरीजों की संख्या के साथ-साथ मौतें भी कम हुई है फिर भी विपक्ष दुष्प्रचार कर रहा है। जिसका फायदा भी उसे मिल रहा है। और मीडिया भी उसकी बातें प्रमुखता से उठा रहा है। जबकि जदयू के प्रवक्ता सोए हुए हैं। मजदूरों और छात्र छात्राओं से रेल किराया पर किरकिरी हुई है। सरकार पहले ही घोषणा कर रखी है कि 15 फीसदी राज्य सरकार और 85 फिसदी केंद्र वहन करेगा फिर भी विपक्ष मजदूरों से किराया का मुद्दा प्रमुखता से उठा रहा है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज स्वयं घोषणा करते हुए कहा कि जितना खर्च हुआ है उससे ₹5 ज्यादा मजदूरों को मिलेगा लेकिन जदयू के प्रवक्ता इन बातों को मीडिया के समक्ष सही तरीके से रखने में नाकाम साबित हो रहे हैं। नीतीश कुमार ने कहा कोरोना काल में गरीबों के खाते में ₹1000, मुफ्त अनाज, कम्युनिटी किचन, क्वॉरेंटाइन सेंटर की बेहतर व्यवस्था आदि को जदयू प्रवक्ता सही तरीके से नहीं रख पा रहे हैं। जिसका फायदा विपक्ष उठा रहा है। इसलिए आज जदयू प्रवक्ताओं के साथ-साथ पार्टी के सांसद और विधायकों को भी कहा गया है कि मीडिया के समक्ष सरकार जो कर रही है उसे तो कम से कम सही तरीके से रखिए। लेकिन आप लोग यह भी करने में लाचार साबित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब राज्य होने के बावजूद बिहार ने कोरोना संकट में बेहतर कार्य किया। मजदूरों की घर वापसी, बाहरी मजदूरों को खाते में नकद राशि सहायता और राज्यों में उनके खाने-पीने का प्रबंध, बिहार लाने और उनके गांव प्रखंड में बेहतर व्यवस्था से लेकर उन्हें राज्य सरकार दे रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार लगभग 6 हजार करोड़ रुपए सिर्फ गरीबों के कल्याण पर खर्च की है। लेकिन जदयू के प्रवक्ता सही तरीके से इन बातों को लोगों के समक्ष नहीं रख पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने सभी को एक्टिव मोड में आकर काम करने की सलाह दी है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री अशोक चौधरी, संजय झा, कपिलदेव कामत, हरिवंश नारायण, ललन सिंह आदि उपस्थित हुए।