भारत आज ही के दिन 1983 में पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था। 37 वर्ष बाद भी इस जीत की यादें टीम के हर खिलाड़ी के जहन में ताजा हैं। वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के मेम्बर रहेमदन लाल ने उस दिन कोयाद करते हुए कहा,‘‘मुश्किलों से लड़कर हासिल होने वाली जीतइतिहास रचती है। वहीं, टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री ने बोला कि भारतीय टीम ने 1983 वर्ल्ड कप जीतकर देश में खेल की नींव रखी व हमेशा के लिए इसका चेहरा बदल दिया। मदन लाल ने आगे कहा, ‘‘1983 में किसी ने भी नहीं सोचा था कि हम वर्ल्ड चैम्पियन बनेंगे। 1975 व 1979 के वर्ल्ड कप में हम सिर्फ दो ही मैच जीते थे। ऐसे में 1983 की वर्ल्ड कप जीत देश के लिए बहुत बड़ी थी। यह क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी जीत में से एक थी, क्योंकि हमने फाइनल में 2 बार की चैम्पियन वेस्टइंडीज को हराया था।’’ बीसीसीआई ने भी 1983 वर्ल्डकप जीत के 37 वर्ष सारे होने पर भारतीय टीम को शुभकामना दी।

एक खिलाड़ी नहीं, यह पूरी टीम की जीत थी
उन्होंने आगे बताया कि यह किसी एक खिलाड़ी की नहीं, बल्कि पूरी टीम की जीत थी। हर किसी ने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था, इसलिए हम चैम्पियन बने।

अमरनाथ फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच थे
भारत ने 1983 के वर्ल्ड कप फाइनल में वेस्टइंडीज के विरूद्ध पहले बल्लेबाजी करते हुए सिर्फ 183 रन बनाए थे। हिंदुस्तान के लिए श्रीकांत ने सबसे ज्यादा 38 रन बनाए थे। लेकिन वेस्टइंडीज कीटीम इस लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर पाई व 43 रन से पराजय गई। मोहिंदर अमरनाथ को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने 26 रन बनाने के साथ 3 विकेट लिए थे।

रिचर्ड्स के आउट होने से वेस्टइंडीज टीम दबाव में आई
फाइनल में मदन लाल ने विवियन रिचर्ड्स का अहम विकेट हासिल किया था। उन्हें आज भी यह विकेट याद है। लाल ने बोला कि, ‘‘1983 के वर्ल्ड कप में रिचर्ड्स शानदार फॉर्म में थे। उन्हें आउट करने के बाद वेस्टइंडीज टीम दबाव में आ गई। इसके बाद हम लगातार विकेट लेते गए व कैरिबियाई टीम को संभलने का मौका ही नहीं मिला। इसी वजह से हम जीते। हरभजन सिंह व मोहम्मद कैफ ने भी 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम को शुभकामना दी।

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