पटना। बाइक लूट के अपराधियों का पीछा करते-करते गलती से पश्चिम बंगाल की सीमा में प्रवेश कर गए बिहार के एक थानेदार की ग्रामीणों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले में थानेदार के साथ गए पुलिसकर्मियों पर एक्शन लिया गया है। सर्किल इंस्पेक्टर के अलावा 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। यह जानकारी किशनगंज (बिहार) के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कुमार आशीष ने दी है। उन्होंने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम गई थी, लेकिन जब ग्रामीणों ने उन पर हमला किया तो वे थानेदार अश्विनी कुमार को छोड़कर वहां से भाग निकले थे।
पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने बताया कि बाइक लूट के मामले में किशनगंज थाना अध्यक्ष अश्वनी कुमार अपराधियों को गिरफ्तार करने पश्चिम बंगाल के पंजीपाड़ा थाने के पनतापारा गांव गए थे। उनके साथ करीब 7 लोगों की टीम थी। वहां पूछताछ के दौरान ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। लाठी- डंडे से हुए हमले में बाकी पुलिसकर्मी वहां से भाग निकले, लेकिन थानेदार अश्वनी को उन लोगों ने पकड़ लिया और भीड़ की पिटाई से उनकी मौत हो गई।
इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बंगाल के डीजीपी ने बिहार के डीजीपी से बातचीत कर मामले में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इसी घटना को लेकर बिहार पुलिस ने थानेदार अश्विनी के साथ छापेमारी में गए सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। इसमें एक सर्किल इंस्पेक्टर भी शामिल है। इन पर आरोप है कि ये लोग अपनी जान बचाकर घटनास्थल से भाग गए थे।
दरअसल, किशनगंज की सीमा बंगाल से लगती है। बंगाल के पनतापारा गांव में एक वॉन्टेड अपराधी की तलाश में अश्वनी अपनी टीम के साथ निकले थे। बताया जा रहा है कि रात में ही अश्वनी कुमार बंगाल के स्थानीय थाने भी पहुंचे। तो वहां थाना प्रभारी ने कहा कि ओडीओ उनके साथ जाएगा। ओडीओ ने बोला कि आप जाइए, हम आते हैं। ऐसे में अश्वनी कुमार गांव अकेले ही पहुंच गए। गांव में पहुचते ही ग्रामीणों ने उन पर हमला कर दिया।














