नई दिल्ली देश में जल्द होने वाले मोदी कैबिनेट के विस्तार की सुगबुगाहट के बीच आज (बुधवार को) केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया है। इसके साथ ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 8 प्रदेशों में नए राज्यपाल की नियुक्ति की है। कैबिनेट विस्तार से पहले मोदी सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है। थावरचंद गहलोत भाजपा के सीनियर नेताओं में से हैं और वह मध्यप्रदेश से आते हैं।
थावर चंद गहलोत के अलावा हरि बाबू कंभमपति को मिजोरम का राज्यपाल और मंगूभाई छगनभाई पटेल को मध्य प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। राजेंद्रन विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। पीएस श्रीधरन पिल्लई को गोवा का राज्यपाल बनाया गया है। सत्यदेव नारायण आर्य को त्रिपुरा का राज्यपाल और रमेश बैस को झारखंड का राज्यपाल बनाया गया है। इसके अलावा बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा का राज्यपाल नियुक्त किया गया है।
दक्षिण गुजरात के आदिवासी नेता हैं मंगूभाई छगनभाई:
मध्य प्रदेश में राज्यपाल बनाए गए मंगूभाई पटेल गुजरात के नवसारी से पांच बार और एक बार अन्य क्षेत्र से विधायक रहें है। इसके साथ ही मोदी कैबिनेट में वन एवं पर्यावरण मंत्री रहें हैं। मंगू भाई को दक्षिण गुजरात के प्रमुख आदिवासी नेता माना जाता है।
मोदी कैबिनेट में 20 नए चेहरों की होगी एंट्री:
इधर मोदी सरकार में आज या कल बड़ा फेरबदल हो सकता है। मोदी सरकार 2.0 का पहला कैबिनेट विस्तार है। सूत्रों के मुताबिक, इस बार मोदी कैबिनेट में करीब 20 नए चेहरों को जगह मिल सकती है। जबकि मौजूदा कैबिनेट से कुछ लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। इसकी शुरुआत थावर चंद गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाकर कर दी गई है।
कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। वरिष्ठ नेता नारायण राणे को भी नई दिल्ली बुलाया गया है। जानकारी के मुताबिक, नारायण राणे के पास पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के दफ्तर से फोन पहुंचा है। इसके अलावा असम के पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवाल भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। सूत्रों से खबर है कि पश्चिम बंगाल से बीजेपी सांसद शांतनु ठाकुर, बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के अलावा जेडीयू के आरसीपी सिंह, लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट) से पशुपति पारस, अपना दल से अनुप्रिया पटेल, निषाद पार्टी से प्रवीण निषाद समेत 20 नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।