मदरलैंड संवाददाता, सहरसा
युवा कलवार सेना के जिला अध्यक्ष सोनू कुमार भगत के नेतृत्व में शनिवार की देर शाम भारत-चीन सीमा विवाद में शहीद हुए सैनिकों को दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि देने के उपरांत रेलवे स्टेशन चौक पर दी चीन के राष्ट्रपति का पुतला किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने चीनी झंडा एवं अन्य समान जलाकर आक्रोश जताते हुए चीन के खिलाफ नारेबाजी किया । कार्यकर्ता वन्दे मातरम्, भारत माता की जय, चीनी वस्तु का बहिष्कार करो आदि नारे लगा रहे थे। मौके पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि सीमा पर तैनात वीर सपूतों के हम आभारी हैं, इन्हीं के सक्रियता और तत्परता से हम खुली हवा में सांस ले पाते हैं। चीन को समझ लेना चाहिए कि यह 1962 का भारत नहीं 2020 का भारत है। चीन जिस भाषा में समझे भारत उस भाषा में जबाव देना जानता है। हमें चीनी वस्तु का बहिष्कार करना चाहिए। गलवन घाटी में धोखे से चीन के कायरतापूर्ण हमले से भारत के 20 वीर सपूत शहीद हुए हैं, हमें भारत मां के वीर सपतों पर गर्व है। इनके बलिदान को देश हमेंशा याद रखेगा। चीन धोखेबाजी कर कायरतापूर्ण हमला किया है, जिसकी जितनी निंदा की जाय वह कम है। यह दशको लंबा विवाद है, जिसका समाधान होना चाहिए। डेरिंग मोनू ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति के नीति की घोर निंदा करते हुए हर भारतीयों से राष्ट्रहित में चाइनीज सामानों के बहिष्कार की अपील किया। चीन की नापाक हरकत से पूरे हिंदुस्तान में आक्रोश है चीन से हल हाल में इसका बदला लिया जाएगा । इस मौके पर जहांगीर आलम, सूरज कुमार ,पंकज भगत ,राहुल सैम ,विक्की गुप्ता और कार्यकर्ता के साथ अन्य लोग मौजूद रहे ।