नई दिल्ली। 20 साल तक चले लंबे युद्ध के बाद आखिरकार अमेरिका ने अफगानिस्तान से अपनी सेना हटा ली है। आखिरी अमेरिकी विमान अफगानिस्तान की धरती छोड़ चुका है और अब अफगानिस्तान आधिकारिक रूप से अमेरिकी सेना मुक्त हो गया है। अमेरिका के वापस लौटने से तालिबान बेहद खुश है। यही कारण है कि तालिबान ने कहा है कि अफगानिस्तान अब पूरी तरह आजाद हो गया है और आजादी का जश्न मनाते हुए आसमान में आतिशबाजियां कीं और बंदूके चलाई। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार तड़के कहा कि “अमेरिकी सैनिकों ने काबुल हवाई अड्डे को छोड़ दिया है और हमारे देश को पूर्ण स्वतंत्रता मिली है। अमेरिका ने पुष्टि की कि उसके अंतिम बलों ने डेडलाइन से पहले देश छोड़ दिया है। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही अमेरिका ने पूरे देश पर कब्जा कर लिया था। अफगानिस्तान में 20 साल के विद्रोह के बाद जीत का जश्न मनाते हुए तालिबान के लड़ाकों ने आसमान में आतिशबाजियां कीं और बंदूकें भी चलाईं। अमेरिकी सेना के अफगानिस्तान छोड़ने के मौके पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, फगानिस्तान में 20 साल से मौजूद उनकी सैन्य उपस्थिति अब खत्म हो गई है। उन्होंने अपने कमांडरों को धन्यवाद देते हुए कहा कि कमांडरों ने बिना किसी और अमेरिकी की जान गंवाए अफगानिस्तान से अपनी निकासी पूरी की। अमेरिका ने 14 अगस्त के बाद अफगानिस्तान से कुल 123,000 लोगों को निकाला है। इनमें अमेरिकी नागरिक, अमेरिकी सहयोगी और अमेरिकी सहयोगी रहे अफगान नागरिक शामिल थे। यह अमेरिका का अब तक का सबसे बड़ा एयरलिफ्ट मिशन था। बाइडेन ने कहा कि 31 अगस्त को को दोपहर वह अफगानिस्तान में अपनी उपस्थिति आगे न बढ़ाने के फैसले पर लोगों को संबोधित करेंगे।