नई दिल्ली । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों एवं इंजीनियरिंग कॉलेजों से कहा है कि वे छात्रों के बीच हिमाचल स्थित अटल सुरंग की जानकारी साझा करें और उन्हें प्रौद्योगिकी के प्रतीक की यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करें। आयोग ने निर्देश दिया है कि छात्र सुरंग की यात्रा करते समय केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी कोविड-19 के दिशानिर्देशों का अवश्य पालन करें। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोहतांग स्थित अटल सुरंग का उद्घाटन किया था।इसके बनाने के बाद मनाली और लेह के बीच की दूरी 46 किलोमीटर कम होगी और चार से पांच घंटे समय की बचत होगी। यह दुनिया की सबसे बड़ी हाइवे सुरंग है। यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को लिखकर कहा, बेहद कठिन एवं विपरीत परिस्थितियों वाले क्षेत्र में निर्मित यह 9.02 किलोमीटर लंबा सुरंग 10 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है। इसके लिए अत्याधुनिक एवं श्रेष्ठ सुरंग प्रौद्योगिकी का उपयोग हुआ है। इसमें अग्निशमन, निगरानी सहित अन्य अत्याधुनिक प्रणाली एवं सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा कि यह अपेक्षित है, कि देश में प्रौद्योगिकी के इस प्रतीक से जुड़ी विशिष्टताओं, इंजीनियरिंग कौशल, डिजाइन, योजना, निर्माण एवं परियोजना प्रबंधन के बारे में इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों को जानकारी प्रदान की जाए और उन्हें सुरंग देखने जाने के लिए प्रेरित किया जाए।

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